Hypertension Management: हाइपरटेंशन शरीर के ब्लड प्रेशर लेवल में बढ़ोतरी होने की एक स्थिति है. उसे हाई ब्लड प्रेशर के नाम से भी जाना जाता है. हाइपरटेंशन से पीड़ित लोगों को सिर दर्द, चक्कर, सांस की कमी और छाती दर्द का अनुभव करना पड़ सकता है. हाइपरटेंशन की दो किस्में प्राथमिक हाइपरटेंशन और सेकेंडरी हाइपरटेंशन हैं. कई फैक्टर जैसे जीवनशैली, जीन, वातावरण से हाइपरटेंशन के विकास की अगुवाई करते हैं. हाइपरटेंशन प्रबंधन में कई तरीके मदद कर सकते हैं लेकिन क्या जीवनशैली नियंत्रण उनमें से एक है?
जीवनशैली नियंत्रण से हाइपरटेंशन का प्रबंधन
जीवनशैली स्वस्थ शरीर बनाए रखने में बड़ा योगदान कर सकती है. अल्कोहल का सेवन और स्मोकिंग हाइपरटेंशन की वजह बन सकते हैं. इसलिए, ज्यादा स्वच्छ और साफ जीवनशैली का अपनाना हाइपरटेंशन के रोकने और प्रबंध करने में मदद कर सकता है. हाइपरटेंशन के खतरे के अलावा, अल्कोहल और तंबाकू सेवन भी अल्कोहल और निकोटीन पर निर्भरता को बढ़ा सकता है. नियंत्रित जीवनशैली के अलावा भी आप हाइपरटेंशन का प्रभावी प्रंबधन के अन्य तरीके अपना सकते हैं.
डाइट नियंत्रण- एक स्वस्थ डाइट बहुत सारे स्वास्थ्य समस्याओं को हल कर सकती है. हाइपरटेंशन से जूझते वक्त ऐसी डाइट को स्वीकार करें जिसमें मांस और सोडियम सेवन कम हो और ज्यादा पौधा आधारित हो.
शारीरिक गतिविधि- अपने शरीर को शारीरिक रूप से सक्रिय रख सकते हैं. इसके लिए कई तरीके जैसे वर्कआउट, योग और व्यायाम अपनाना होगा क्योंकि इनका बहुत योगदान हाइपरटेंशन के प्रबंधन और नियंत्रण में हो सकता है. कम से कम 30 मिनट का व्यायाम अपनाएं.
वजन प्रबंधन- वजन ज्यादा होने से स्वास्थ्य की समस्याएं जैसे मोटापा, डायबिटीज मेलिटस, हृदय रोग और हाइपरटेंशन हो सकता है. इससे जरूरी हो जाता है कि स्वस्थ वजन प्रबंधन के तरीकों को हाइपरटेंश रोकने और प्रबंध करने के लिए अपनाए जाएं. आप उसे कई तरीकों जैसे व्यायाम और नियंत्रित डाइट से हासिल कर सकते हैं.
तनाव- हाइपरटेंशन में योगदान करनेवाला एक फैक्टर है. तनाव प्रबंधन के स्वस्थ तरीकों को अपनाना समुश्चित करें. स्वस्थ जीवनशैली तनाव की तनाव में कमी लाने की अहम भूमिका हो सकती है. इसके अलावा, पानी पीना और खुद को हाइड्रेटड रखना ना भूलें.
ये भी पढ़ें
Coronavirus: देशभर में 1 करोड़ 14 लाख के पार पहुंचा आंकड़ा, MP में 797 और कर्नाटक में सामने आए 932 नए मामले
छत्तीसगढ़ में सामने आए कोरोना के 645 नए केस, अब तक 3897 लोगों की हो चुकी मौत