अगर आप बहुत ज्यादा केला खाने के शौकीन हैं, तो ये आपके लिए चेतावनी का संकेत है
केला को हम उसके स्वास्थ्य फायदों की वजह से पसंद करते हैं, लेकिन कभी-कभी उसका साइड-इफेक्ट्स भी हो सकता है. किसी भी सिंगल फूड का बहुत ज्यादा वजन बढ़ाने और पोषक तत्वों की कमी में योगदान कर सकता है.
हम सभी केला को उसके शानदार स्वाद और हैरतअंगेज स्वास्थ्य फायदे की वजह से पसंद करते और खाते हैं. केला में कई मिनरल्स और विटामिन्स जैसे विटामिन सी, विटामिन बी6, मैग्नीशियम, पोटैशियम, कॉपर और मैग्नीज पाया जाता है. फल एंटी ऑक्सीडेंट्स में भी भरपूर होता है और हमारे शरीर की ठीक तरह से पालन पोषण करता है. ये ब्लड शुहर लेवल को सामान्य करता है, पाचन स्वास्थ्य को सुधारता है. उसके स्वास्थ्य फायदों को देखते हुए अधिकतर स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि केला हमारी रोजाना की डाइट का एक जरूर हिस्सा होना चाहिए. लेकिन, उसके कुछ साइड-इफेक्ट्स भी होते हैं जिसे हमें जानना चाहिए.
आपका वजन बढ़ना शुरू हो सकता है
अगर आप अपने वजन की देखभाल करते हैं, तब केला के बारे में सोचना चाहिए. केला में 105-110 कैलोरी होता है और इसलिए बहुत ज्यादा खाने से वजन की वृद्धि में नेतृत्व करता है. बहुत ज्यादा केला का इस्तेमाल आपका वजन बढ़ाता है और अगर आप अस्वस्थ वजन बढ़ोतरी से परेशान हैं, तब अपने ब्रेकफास्ट से केला को छोड़ना आपके लिए सही होगा.
माइग्रेन का जिम्मेदार हो सकता है
हालांकि ये फल सबसे स्वादिष्ट और स्वस्थ समझा जाता है, लेकिन माइग्रेन बढ़ाने का भी जिम्मेदार हो सकता है. केला में मौजूद एक तत्व टायरामाइन उसका जिम्मेदार होता है और केला के छिलके में बड़ी मात्रा में पाया जाता है. इसलिए अगर आप माइग्रेन के मरीज हैं, तो बहुत ज्यादा केला खाना निश्चित रूप से आपके लिए सही विकल्प नहीं हो सकता.
केला के नतीजे में हाइपरकलेमिया हो सकता है
हाइपरकलेमिया एक ऐसी स्थिति है जो बहुत ज्यादा पोटैशियम के सेवन से होती है. कई रिसर्च में पाया गया है कि 18 ग्राम से ज्यादा पोटैशियम का सेवन एक दिन में हाइपरकलेमिया के साथ बहुत समस्याएं पैदा कर सकता है. चूंकि केला पोटैशियम में अत्यधिक होता है, इसलिए उसके नतीजे में ये स्थिति हो सकती है जो मतली, हाई पल्स रेट, घबराहट, अनियमित दिल की धड़कन और हार्ट अटैक तक हो सकता है.
झपकी
केले खाना शायद आपको बेहतर नींद में मदद कर सकता है. ये नींद को प्रेरित कर सकता है और दिमाग पर आराम का प्रभाव पैदा कर सक्रिय अंगों को शांत कर सकता है. लेकिन बहुत ज्यादा केला से झपकी भी आ सकती है. केला ट्रीप्टोफन नामक एमिनो एसिड से भरपूर होता है. ये आपके दिमाग को कम संवेदनशील बनाता है और आपके दिमाग की क्षमता को कम कर सकता है.
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