Parenting Tips: बच्चे में बढ़ रहा है चिड़चिड़ापन तो जानिए क्या है वजह और कैसे दूर करें
Aggression in children: लंबे समय से घर में रहकर बच्चे चिड़चिड़े हो रहे हैं. ऐसे में आपको बच्चों के मन और दिमाग पर पड़ने वाले इस नकारात्मक असर को कम करना है, तो आप टिप्स अपना सकते हैं.
Irritable Behaviour Of Child: कोरोना महामारी के दौर में बच्चे पिछले लंबे समय से घरों में कैद हैं. ऐसे में बच्चों के स्वभाव में चिड़चिड़ापन पैदा होने लगा है. वहीं कुछ बच्चे ऐसी उम्र में होते हैं जब वो थोड़े चिड़चिड़े हो जाते हैं. बच्चा 2 से 5 साल तक की उम्र में काफी चिड़चि़ड़ा और जिद्दी हो जाता है. इस उम्र में बच्चों को लगता है कि वो बड़े हो गए हैं और सभी काम खुद से कर सकते हैं. ऐसे में कई बार मां-बाप के डांटने पर बच्चे चिड़चिड़े हो जाते हैं. 3 साल से 5 साल तक बच्चे को सही गलत की पहचान ज्यादा नहीं होती है. ऐसे में कई बार बच्चे बहुत शैतानियां करने लगते हैं. ज्यादा मना करने या रोकने-टोकने पर बच्चों के स्वाभाव में बदलाव आ जाता है. बच्चे के चिड़चिड़े होने की कई और वजह भी हैं जैसे माता-पिता का रिश्ता, घर का वातावरण, बच्चे के दोस्त या अकेलापन. ऐसे में आपको बच्चे के चिड़चिड़े होने की वजह को समझकर उसे ठीक करने में मदद करनी होगी. आपको बच्चे को धैर्य रखते हुए हैंडल करना होगा, नहीं तो इससे बच्चे के विकास पर असर पड़ सकता है. आज हम आपको ऐसी टिप्स दे रहे हैं जिससे बच्चे का चिड़चिड़ाप आप कम कर सकते हैं.
1- सबसे अहम बात है कि माता-पिता को बच्चे को समय जरूर देना चाहिेए. इससे बच्चे का आत्मविश्वास बढ़ता है और चिड़ापन कम होता है.
2- बच्चों के साथ गेम खेलें. अगर बाहर नहीं जा सकते तो घर में कैरम, लूडो, गिट्टे आर कार्ड खेले हैं. बच्चों की छुट्टियों में थोड़ा वक्त निकालकर जरूर खेलें.
3- बच्चे को किसी तरह इंगेज रखें. उनकी पसंदीदा खाने-पीने की चीजें बनाएं. वो खाना भी बनाएं जो बच्चे बाहर जाकर खाते थे. इससे बच्चे खुश हो जाएंगे.
4- बच्चों की बोरियत दूर करने के लिए उन्हें हर रोज कोई टास्क दें. टास्क पूरा होने पर उनकी पसंद की चीज दिलाएं. इससे बच्चा व्यस्त रहेगा और चिड़चिड़ा नहीं होगा.
5- बच्चे सब कुछ जान लेना चाहते हैं. ऐसे में उन्हें दादी-नानी की कहानियां सुनाएं. कहानियां बच्चे बड़े ध्यान से सुनते हैं. इससे बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास अच्छा होता है.
6- कोरोना के इस समय में बच्चों के सामने नकारात्मक बातें न करें. घर में प्यार का और खुशी का माहौल रखें.
7- बच्चे के सामने मां-बाप प्यार से रहें. अक्सर माता-पिता की लड़ाई-झगड़े का असर बच्चे के स्वभाव पर पड़ता है. जिससे बच्चा चिड़चिड़ा होने लगता है.
8- बच्चे को माता-पिता दोनों बारी-बारी से समय दें. सिर्फ एक व्यक्ति जब पूरे दिन बच्चे को रखता है तो वो चिड़चि़ड़ाने लगता है. इसका असर बच्चे के स्वभाव पर भी पड़ता है.
9- कभी-कभी बच्चे को बाहर घुमाने या आइसक्रीम खिलाने लेकर जाएं. इससे बच्चा उस दिन के लिए एक्साइटेड रहता है और खुश भी रहता है.
10- फैमिली टाइम स्पैंड करें. छुट्टी वाले दिन बच्चों के साथ साफ-सफाई करें. उनके खिलौने अरेंज करें. शाम को बच्चे को पार्क लेकर जाएं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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