बात जब डाइटिंग और पोषण की हो, तो कीटो आज भी वर्ग विशेष में प्रचलित शब्द है. लोग कीटोजेनिक डाइट के कामयाब होने की गारंटी लेते हैं, वजन में कमी के अलावा इसके कई स्वास्थ्य फायदे हैं. कीटो डाइट जल्दी नतीजे देने वाला डाइट प्लान है. इसमें थोड़ा कम कार्बोहाइड्रेट्स खाकर फैट को ऊर्जा में बदला जाता है.


वजन कम करने में कीटो डाइट की क्या है भूमिका? 


टूटा हुआ फैट कीटोन्स पैदा करता है, जो ज्यादा प्रभावी तरीके से फैट को जलाने में मदद करता है. एक औसत डाइट में 20-30 फीसद कैलोरी, 60-70 फीसद फैट और सिर्फ 5 फीसद कार्बोहाइड्रेट्स शामिल होता है. कीटो डाइट में कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम कर फैट से ऊर्जा का उत्पादन किया जाता है, इस प्रक्रिया को कीटोसिस कहा जाता है. कीटोजेनिक डाइट की पहचान कई तरह से की जाती है. ये मेटाबोलिक दर में सुधार करता है, ब्लड में ग्लूकोज लेवल कम करता और सबसे ज्यादा कार्बोहाइड्रेट का सेवन प्रतिबंधित करता है. एक डाइट को उसी वक्त तक सिर्फ टिकाऊ माना जा सकता है जब ये फूड के इस्तेमाल को आसान और आसानी से अपनाए योग्य बनाए.


भारतीय कीटो डाइट में क्या खाएं और किससे बचें?


कीटो डाइट का पालन और स्थानीय भारतीय फूड के इस्तेमाल से नतीजे दिख सकते हैं. भारतीय फूड्स में भी बहुत ज्यादा पोषण वाला आटा, फैट, सब्जी होते हैं जिसे आप अपनी कीटो डाइट में शामिल कर सकते हैं. लोकप्रियता बढ़ने से ये विकल्प और भोजन को योजना के मुताबिक बनाना ज्यादा आसान हो गया है, बिना अपने स्वाद से समझौता किए. कीटो का पालन करते वक्त आप आसानी से अपनी डाइट में फैट के स्रोत को शामिल और जोड़ सकते हैं. उसके लिए डिश में कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा, डिश की तैयारी में सामग्री के इस्तेमाल पर ध्यान देना होगा.


कीटो डाइट शुरू करने वालों के लिए, सबसे बेहतर कीटो मान्यता प्राप्त विकल्पों में कई प्रकार की सब्जियों जैसे पालक, गोभी, लॉकी, बैंगन, चुकंदर शामिल करना है. ज्यादा स्टार्च वाली सब्जियों के सेवन से बचना होगा. अगर आप मांसाहारी हैं, तो पोल्ट्री और मांस जैसे चिकन, मछली, मटन और अंडों को शामिल कर सकते हैं. डेयरी विकल्पों में पनीर, सफेद मक्खन, ज्यादा फैट वाली क्रीम विचार करने और स्थानीय तैयारियों में इस्तेमाल करने के अच्छे विकल्प हैं. कम कार्बोहाइड्रेट वाला डाइट होने की वजह से कीटो में पर्याप्त नमक का सेवन और दिन भर हाइड्रेटेड रहने की सलाह दी जाती है. 3-4 लीटर रोजाना पानी और 2-3 चम्मच नमक का इस्तेमाल करना अच्छा नियम होगा.


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