Pill Splitting : दवाईयों को आधी गोली रूप में खाना कभी-कभी डॉक्टरों द्वारा प्रिस्क्राइब किया जाता है, लेकिन यह दवा के प्रकार और उसके डोज के आवश्यकता पर निर्भर करता है. ऐसा भी संभव है कि दवा की आधी गोली लेने से उसकी क्रियावली में परिवर्तन हो, इसलिए बिना डॉक्टर के सलाह के ऐसा करना सही नहीं है.


आधा दवा इन परिस्थितयों में ले सकते हैं 



  • डोज अनुकूलन: जब डॉक्टर एक विशेष डोज की सिफारिश करते हैं जो उपलब्ध गोली के डोज से अधिक या कम हो, तब उन्हें आधा बाँटने की सलाह दी जा सकती है

  • टाइम-रिलीज गोलियां: कुछ दवाइयाँ धीरे-धीरे शरीर में जारी होती हैं. ऐसी दवाओं को आधा बांट देने से उनका असर बदल सकता है.

  • गोली की आकृति: कुछ गोलियां आधे बांटने के लिए नाकारात्मक रेखा (score line) के साथ आती हैं, जिससे उन्हें आसानी से आधा किया जा सकता है. लेकिन हर गोली में ऐसा नहीं होता.

  • सटीक:  आधे बाँटने पर गोली की समान डोज में नहीं बटने की गारंटी नहीं होती है. 


  इसलिए, बिना डॉक्टर या फार्मासिस्ट की सलाह के, दवा को आधा बांटना सही नही है , अगर आपको लगता है कि आपको दवा की मात्रा में बदलाव करना चाहिए या आपको उसकी डोज कम करनी है, तो आपको अपने चिकित्सक या फार्मासिस्ट से परामर्श करना चाहिए. 


दवा को सुरक्षित आधा कैसे बांटे 



  • पिल स्प्लिटर: यह एक छोटा उपकरण है जिसे दवा को सटीक और आसानी से आधा बाँटने के लिए डिजाइन किया गया है. यह ज्यादातर फार्मेसी में उपलब्ध होता है.

  • नाकारात्मक रेखा: कुछ गोलियां आधे बांटने के लिए एक नाकारात्मक रेखा (score line) के साथ आती हैं.  इसे इस्तेमाल करके, आप दवा को सटीकता से आधा बाँट सकते हैं.

  • नाइफ या कार्ड: आप एक तेज़ धार वाली छुरी या क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके गोली को सतह पर रखकर धीरे से आधा बांट सकते हैं. हालाँकि, इससे गोली ठीक से आधा नहीं हो सकती, इसलिए यह सटीकता के लिए सबसे अच्छा तरीका नहीं है.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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