नई दिल्लीः आपने सनस्क्रीन के कई ऐसे विज्ञापन देखे होंगे जो ये कहते नजर आते हैं कि सनस्क्रीन लगाकर धूप में बैठिए आपकी त्वचा पूरी तरह सुरक्षित है. लेकिन क्या आप जानते हैं सभी सनस्क्रींस में त्वचा को यूवीए और यूवीबी से प्रोटेक्ट करने की क्षमता नहीं होती. हाल ही में एक डर्माटॉलोजिस्ट ने इस बात का खुलासा किया है.


सनस्क्रीन का काम-
यूवी रेडिएशन से त्वचा को बहुत नुकसान पहुंचता है. ऐसे में ये माना जाता है कि सनस्क्रीन आपकी त्वचा को यूवीए और यूवीबी से बचाता है. बाजार में बहुत से ऐसे सनस्क्रीन मौजूद हैं जिन्हें आप स्कीन पर लगाकर धूप में आसानी से जा सकते हैं. लेकिन डॉक्टर इस बारे में कुछ और ही कहते हैं.


क्या कहते हैं डॉक्टर-
डर्माटोलॉजिस्ट डॉ. शिरीन फर्टैडो का कहना है कि अक्सर हमारे पास बहुत से एलर्जी वाले मरीज आते हैं जो कहते हैं कि हम अच्छी कंपनी का सनस्क्रीन लगाते हैं जिनमें हाई सन प्रोटेक्टशन फैक्टर- SPF होता है लेकिन फिर भी सन एलर्जी और पिगमेंटेशन सही नहीं हो रहा.


डॉ. शिरीन का ऐसे में कहना है कि आप हाई SPF सनस्क्रीन लगा रहे हैं तो इसकी ये गारंटी नहीं है कि पूरी तरह से आपकी त्वचा यूवीए और यूवीबी से सुरक्षित है.


क्या कहता है एफडीए-
इस मामले में एफडीए ने 2007 में कहा था कि SPF सिर्फ सनबर्न प्रोटेक्शन फैक्टर है. इससे पता चलता है कि ये यूवी रेज जिनके कारण सनबर्न या रेडनेस होती है ये सिर्फ उससे बचाएगा. ये यूवीए से सीधेतौर पर आपको नहीं बचाता.


डॉ. शिरीन ने बताया कि SPF 15 केवल 93 फीसदी यूवीबी रेडिएशन और SPF 30 केवल 97 फीसदी यूवीबी रेडिएशन को ब्लॉएक करता है. वैसे भी हाई SPF प्रोडक्ट कंफर्टेबल नहीं होते.


डॉ. कहती हैं कि दूसरा फैक्टर इस बात पर निर्भर करता है कि आपने कितना सनस्क्रीन त्वचा पर लगाया है. जितना सलाह दी जाती है उससे केवल 20 से 25 फीसदी अमाउंट ही इसका इस्तेमाल होता है. आधी चम्मच यानि 3 ml एक हाथ पर एप्लाई होना चाहिए. 1 पूरी चम्मच चेहरे पर, गर्दन पर, पैर, चेस्ट, बैक पर इस्तेमाल होनी चाहिए. अगर इतना सनस्क्रीन लगाएंगे तभी त्वचा ठीक से प्रोटेक्ट‍ होगी.


विटामिन डी का सोर्स-
यूवीबी रेडिएशन त्वचा में 90 फीसदी विटामिन डी के लिए जिम्मेदार है. ऐसे में इस पर बहस भी जारी है कि SPF के कारण लोगों में विटामिन डी की कमी हो रही है. इस पर भी रिसर्च की जा रही है कि सनस्क्रीन लगाने वाले लोगों में विटामिन डी की कमी होती है या नहीं.


ये एक्सपर्ट के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.