प्रेग्नेंसी में हार्मोंस में तेजी से बदलाव होते हैं. ऐसे में गर्भवती महिलाओं को अलग-अलग तरह की परेशानियां झेलनी पड़ती हैं. कुछ महिलाओं को उल्टी और जी मिचलाने की समस्या रहती है, वहीं कुछ महिलाएं स्मैल और हार्ट बर्न की समस्या से परेशान रहती हैं. प्रेगनेंसी में जब बच्चा शरीर में बढ़ता है तो स्किन में खिंचाव आने लगता है. ऐसी स्थिति में टाइटनेस बढ़ती और पूरी स्किन पर खुजली होने लगती है. कुछ महिलाओं को खुजली की समस्या जल्दी होने लगती है. हालांकि ये कोई घबराने की बात नहीं है. आप डॉक्टर की सलाह से कोई क्रीम या घरेलू नुस्खा अपना सकते हैं. इससे आपको खुजली में राहत मिलेगी. आप इन उपायों को जरूर ट्राई करें.
1- बर्फ से सिकाई- अगर आपको बहुत ज्यादा खुजली की समस्या हो रही है तो आप किसी सूती कपडे में बर्फ के टुकड़े डालकर सिकाई कर सकते हैं. ठंडी सिकाई से खुजली में बहुत आराम मिलता है. आपको जिस हिस्से में खुजली हो रही है वहां सिकाई करें. इससे खुजली और सूजन भी कम हो जाएगी.
2- नींबू का रस- प्रेग्नेंसी में खुजली पैदा करने वाले माइक्रोब्स को हटाने में नींबू मदद करता है. नींबू के रस में एंटीमाइक्रोबियल तत्व पाए जाते हैं, जो खुजली को शांत करते हैं. आप थोड़े पानी में नींबू का रस मिलाकर खुजली वाले हिस्से पर लगाएं इससे काफी आराम मिलेगा.
3- कैलामाइन लोशन- खुजली की समस्या बढ़ने पर डॉक्टर कैलामाइन लोशन लगाने की सलाह देते हैं. इससे खुजली कम करने में मदद मिलती है. इस लोशन से खुजली वाली जगह पर कुछ सेकंड के लिए मालिश करें. प्रेगनेंसी में पेट पर खिचाव पड़ने पर सबसे ज्यादा खुजली होती है. आप पेट पर कैलामाइन लोशन से मसाज करें.
4- नारियल तेल- अगर आपकी स्किन हाइड्रेट और चिकनी रहेगी तो खुजली भी कम होगी. इसके लिए आप नहाने के बाद स्किन को सुखा लें और फिर खुजली वाली जगह पर नारियल के तेल से तब तक मसाज करें जब तक स्किन से ऑयल सूख न जाए. इस नुस्खे को आप दिन में 2 बार अपनाएं. इससे खुजली और जलन में काफी आराम मिलेगा.
5- एलोवेरा जेल- अगर आपको खुजली हो रही है तो उस जगह पर थोड़ा-सा एलोवेरा जेल लगा लें और मालिश कर लें. दिन में 2 बार एलोवेरा जेल लगाने से खुजली शांत हो जाएगी. एलोवेरा जेल में एंटी-इंफ्लामेट्री गुण होते हैं जो स्किन को सॉफ्ट बनाता है. इस नुस्खे को अपनाने से स्किन से खुजली खत्म हो जती है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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