कोरोना वायरस महामारी की वजह से उड्डयन उद्योग में कई बदलाव किए गए हैं. मगर जापान की हवाई उड़ानों में बदलाव की एक नई कवायद की जा रही है. हवाई जहाज में अभी तक आपने 'लेडीज एंड जेंटलमैन' से एयरहोस्टेस को संबोधित करते हुए सुना होगा. मगर अब जापान की उड़ानों में ये सुनने को नहीं मिलेगा.


जापान की एयरलाइन की नई कवायद


जापान की एक एयरलाइन कुछ अलग करने जा रही है. सीएनएन के मुताबिक, जापान की एयरलाइन लेडीज एंड जेंलमैन जैसे शब्दों को हटाने जा रही है. नई कवायद के तहत 'सभी यात्री ध्यान दें' और 'हर किसी का स्वागत है' जैसे शब्दों से एयरहोस्टेस ऐलान करेंगे. 1 अक्टूबर से इसका पालन एयरपोर्ट पर भी किया जाएगा.


नहीं सुना जाएगा 'लेडीज एंड जेंटलमैन'


जापानी एयरलाइन के एक अधिकारी युटारो इवासाकी ने कहा, "हमलोग 2014 से समुदायों के बीच विविधता को बढ़ावा दे रहे हैं. लिंग का भेद किए बिना हमारे स्वागत करने के तरीके में बदलाव का पहला कदम है." हवाई यात्रियों को संबोधित करने के तरीके में बदलाव को लागू करने वाली जापान की एयरलाइन पहली हवाई सेवा बन गई है. हालांकि ये पहली बार नहीं है जब इस तरह के बदलाव की चर्चा हो रही है.


सीएनएन की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि टोक्यो की एयरलाइन ने भी मार्च 2020 में लैंगिक समानता की दिशा में कदम बढ़ाया था. उसने महिला फ्लाइट अटेंडेंट को स्कर्ट पहनने के बजाय ट्राउजर इस्तेमाल करने का विकल्प दिया था. इसका मकसद हवाई जहाज की यात्रा में उन्हें ज्यादा आरामदेह का एहसास दिलाना था. इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया की एयरलाइन्स कान्टास ने भी 2018 के मार्च में 'समावेश की आत्मा' पहल की शुरुआत की थी. उसने लैंगिक असमानता को बढ़ावा देने वाले कई शब्दों के इस्तेमाल से अपने कर्मचारियों को मना कर दिया. उसने 'पार्टनर', पति-पत्नी और माता-पिता की जगह पर 'पति और पत्नी' के अलावा 'मम और डैड' जैसे शब्दों को प्राथमिकता दी.


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