जॉनसन एंड जॉनसन की कोविड-19 वैक्सीन के एक सिंगल डोज से मजबूत इम्यूनिटी मिलने का खुलासा हुआ है. शुक्रवार को प्रकाशित अंतरिम नतीजे में दावा किया गया है. जुलाई में बंदरों को जे एंड जे के सिंगल डोज से मजबूत सुरक्षा मिलने के बाद कंपनी को काफी उत्साह मिला. उसने अमेरिकी सरकार की मदद से कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ प्रारंभिक-माध्यमिक मानव परीक्षण शुरू किया.


जे एंड जे की वैक्सीन से इम्यूनिटी का खुलासा


नतीजे से पता चला कि जे एंड जे की वैक्सीन Ad26.COV2.S के दो अलग डोज भी बराबर असरदार साबित हुए. हालांकि अभी ये साफ नहीं है कि क्या जे एंड जे की वैक्सीन के इस्तेमाल के बाद बुजुर्गों को भी उसी तरह सुरक्षा मिल सकेगी जिस तरह युवा पीढ़ी को वैक्सीन से सुरक्षा मिलती है क्योंकि इम्यून रिस्पॉन्स चंद लोगों को हो मिल सका था.


65 साल से ऊपर के 15 मरीजों में इम्यून रिस्पॉन्स नतीजों का पता चला. शोधकर्ताओं ने कहा कि सुरक्षा और असर  की ज्यादा जानकारी अध्ययन के पूरा होने के बाद दी जाएगी. फार्मा यूनिट के शोधकर्ताओं का कहना है कि अभी तक मौजूद डेटा के अंतरिम अध्ययन की बुनियाद पर कहा जा सकता है 98 फीसद वॉलेटियर को एंटी बॉडीज का निर्माण हुआ. टीकाकरण के बाद पैथोजेन के हमले से बचानेवाली कोशिकाओं को एंटी बॉडीज कहा जाता है.


शुरुआती परीक्षण के नतीजों से चला पता


गौरतलब है कि कोरोना वायरस महामारी का सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्गों को रहता है. वर्तमान नतीजों के आधार पर जे एंड जे ने बुधवार को अंतिम चरण का मानव परीक्षण 60 हजार लोगों पर शुरू कर दिया है. कंपनी ने बताया कि उसे उम्मीद है कि तीसरे चरण के मानव परीक्षण का नतीजा साल के अंत या अगले साल के शुरू में आ सकता है. मेडिकल वेबसाइट पर नतीजों को जारी कर दिया गया है मगर उसकी समीक्षा नहीं की गई है.


कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटे में 85,362 नए कोरोना मरीज आए, कुल मामले 59 लाख के पार


चीन: सात महीने बाद मिला लापता पत्रकार का सुराग, कोरोना की रिपोर्टिंग करने गया था वुहान