सुहागिनों का पर्व यानि करवाचौथ 4 नवंबर को है. करवा चौथ व्रत का एक पति-पत्नी के लिए बहुत महत्व रखता है. जिसे पति-पत्नी के बीच विश्वास और अटूट प्रेम के रूप में देखा जाता है. पत्नियां इस खास दिन निर्जल व्रत रखकर पति की लंबी उम्र की कामना करती है. ये व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए बहुत खास माना जाता है. कई बार ये व्रत कुंवारी लड़कियां भी रखती है. कुंवारी लड़कियां मनवांछित लड़के के लिए करवा चौथ व्रत रखती हैं.


करवा चौथ हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी के दिन रखा जाता है. इस बार करवा चौथ पर 4 राजयोग समेत 6 शुभ योग बन रह हैं. ऐसे योग 100 सालों में पहली बार पर बन रहे हैं. इन चार राजयोग में शंक, दिर्घायु, हंस और गजकेसरी हैं. इसके अलावा शिव, अमृत और सर्वार्थसिद्धि योग बन रहे हैं.


ये है पूजा का शुभ मुहूर्त


पंडितों और ज्योतिषों का मानना है कि बुधवार को करवा चौथ पड़ना बहुत ही शुभ संकेत है. बुधवार को चतुर्थी होने से गणेश पूजा का फल बढ़ेगा. इस बार सूर्योदय और चंद्रोदय एक तिथि चतुर्थी में होगा. करवा चौथ की पूजा का शुभ मुहूर्त 4 नवंबर की शाम 05 बजकर 29 मिनट से शुरू हो जाएगा. यह शाम 06 बजकर 48 मिनट तक रहेगा. चंद्रोदय शाम 7 बजकर 55 म‍िनट पर होगा.


इस बार ये है चंद्रोदय का समय


करवा चौथ 2020 के दिन इस बार चंद्रोदय दिल्ली में 7 बजकर 55 मिनट पर होगा. वहीं अलग अलग शहरों में चंद्रोदय का समय अलग अलग है. हालांकि चांद के दीदार के लिए ज्यादा इंतज़ार नहीं करना होगा. इस बार चंद्रोदय समय से होगा. जिसे अर्घ्य देने के बाद ही व्रत खोला जाएगा.


इस बार करवा चौथ पर है ये शुभ संयोग


इस बार करवा चौथ 2020 पर विशेष योग बन रहा है. करवा चौथ रोहिणी नक्षत्र में आ रहा है. जो बेहद ही शुभ संयोग है. इस दिन चंद्रमा में रोहिणी(जो चंद्रदेव की 27 पत्नियों में सबसे प्रिय हैं) का योग होने से मार्कण्डेय और सत्यभामा योग बन रहा है. यही संयोग श्रीकृष्ण और सत्यभामा के मिलन के समय भी बना था.


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