नई दिल्लीः साइंस इम्यूनोलॉजी नामक जर्नल में प्रकाशित रिसर्च के अनुसार, केटोजेनिक आहार, जिसमें मांस, मछली, मुर्गी और नॉन-स्टार्च वाली सब्जियां शामिल हैं, ये फ्लू वायरस से निपटने में मदद कर सकती हैं.
क्या कहते हैं शोधकर्ता-
अमेरिका में येल विश्वविद्यालय में सह-वरिष्ठ लेखक अकीको इवासाकी ने जर्नल डायट इम्यूनोलॉजी में प्रकाशित इस रिसर्च में बताया कि ये डायट फेफड़ों में टी कोशिकाओं के एक सबसेट को सक्रिय करती है, जो पहले फ्लू के प्रति प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रतिक्रिया से नहीं जुड़े होते है, सांस के जरिए कोशिकाओं से बलगम अधिक बनता है, जो वायरस को प्रभावी ढंग से फंसा सकता है.
कैसे की गई रिसर्च-
शोधकर्ताओं ने रिसर्च के दौरान चूहों को एक केटोजेनिक आहार खिलाया गया, जो कार्बोहाइड्रेट में उच्च खाद्य पदार्थों को खिलाए गए चूहों की तुलना में फ्लू वायरस से लड़ने में बेहतर थे. शोधकर्ताओं ने पाया कि केटोजेनिक आहार से बलगम अधिक बना जिससे सांस के द्वारा शरीर में जाने वाले वायरस शुरूआत में ही रूक गए. इससे वे आसानी से फ्लू से बच सके.
येल विश्वविद्यालय में सह-वरिष्ठ लेखक विशा दीप दीक्षित ने कहा कि इस रिसर्च से पता चलता है कि केटोन्स ना सिर्फ अतिरिक्त वसा को जलाता है बल्कि वह फ्लू संक्रमण से लड़ने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली को ईंधन दे सकता है.
ये खबर रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.