नींबू सिर्फ फल ही नहीं बल्कि दवा भी है. उसके अंदर विटामिन C की मौजूदगी से फल का स्वाद कड़वा होता है. नींबू का इस्तेमाल वैसे तो हर मौसम में होता है लेकिन बरसात में इसका महत्व ज्यादा बढ़ जाता है. नींबू के पौधे में साल में दो बार फल आते हैं. पहला फल जुलाई अगस्त में आता है और दूसरा फरवरी मार्च में.
नींबू के रस को कई तरह से इस्तेमाल किया जाता है. उसके रस को पानी में मिलाकर पीना सबसे आसान तरीका है. सलाद में भी नींबू का प्रयोग कर उसके स्वाद को बेहतर बनाया जा सकता है. उसमें सिरका, कैल्शियम, फॉसफोरस, एसिड और विटामिन C पाया जाता है. उसके अंदर नमी का प्रतिशत 84.6, प्रोटीन 1.5, खनिज 0.9, चिकनाई 1.0 तत्व पाया जाता है. इसके अलावा नींबू में विटामिन का हिस्सा 63mg मौजूद रहता है.
नींबू अपच दूर करने के लिए है मिसाली
भारत पाकिस्तान में सदियों से अपच होने पर उसके इस्तेमाल की परंपरा चली आ रह है۔ नींबू का रस एक चम्मच में लेकर उसमें शहद मिलाकर इस्तेमाल करें. उसका इस्तेमाल कर अपच, सीने में जलन का इलाज किया जा सकता है. मुंह में जरूरत से ज्यादा थूक निकलने पर भी उसका यही निदान है. अगर पेट में एसिडिटी ज्यादा है तो ऐसी सूरत में एक चम्मच रस शहद और एक चुटकी सोडियम कार्बोनेट के साथ मिलाकर पीने से एसिडिटी दूर हो जाती है.
आम बुखार, ठंड में नींबू का रस इस्तेमाल
इसके लिए नींबू के रस को पानी में खूब अच्छी तरह मिला लेना चाहिए. इसमें विटामिन C होने की वजह से इम्यून सिस्टम मजबूत करने के काम आता है. साथ ही बुखार और कमजोरी के प्रभाव को दूर करता है. गर्म पानी में शहद और नींबू का रस मिलाकर इस्तेमाल करना बुखार और सूखी खांसी के लिए कारगर है. शरीर के वजन को कम करने के लिए नींबू के रस का महत्व साबित है. एक गिलास पानी में नींबू का रस और थोड़ा सा शहद मिलाकर खाली पेट एक महीने तक पिएं. आपके शरीर का वजन कम हो जाएगा.
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