अगर आप जॉब करते हैं तो आपने मैटर्निटी लीव कॉन्सेप्ट के बारे में खूब सुना होगा और अपनी कुछ महिला कलीग को इस पर जाते भी देखा होगा, लेकिन क्या आपने कभी किसी पुरुष को बच्चे के जन्म को लेकर इसी तरह पैटर्निटी लीव (Paternity Leave) पर जाते देखा है, शायद आपका जवाब न हो. हो सकता है कि आप इस तरह की लीव से भी परिचित न हों. हाल ही में ट्विटर (Twitter) के सीईओ पराग अग्रवाल (Twitter CEO Parag Agrawal)पैटर्निटी लीव पर गए हैं. इसके बाद से सोशल मीडिया पर इस लीव को लेकर अलग-अलग बहस चल रही है. कुछ इसे बेकार तो कुछ जरूरी बता रहे हैं. आज हम आपको बताएंगे आखिर क्या है पैटर्निटी लीव, क्यों ये जरूरी है और इस लीव को लेकर नियम क्या हैं.


पैटर्निटी लीव क्या है


दरअसल, पैटर्निटी लीव किसी भी स्टाफ को मिलने वाली वह छुट्टी है, जो उसे पिता बनने के बाद मिलती है. यह लीव बच्चे और उसकी मां की देखभाल के लिए मिलती है. आमतौर पर यह लीव बच्चे की डिलिवरी के 15 दिन पहले से लेकर उसके जन्म के बाद 6 महीने तक कभी भी ले सकते हैं.


क्यों जरूरी है यह लीव


आपने नोट किया होगा कि बच्चा जन्म के बाद से ही मां को पहचानने लगता है. इसकी वजह उसका मां से जुड़ाव है, जबकि पिता के साथ ऐसा नहीं होता. नवजात पिता को नहीं पहचानता. यही वजह है कि वह जन्म के बाद पिता को देखकर रोने भी लगता है. अगर आप जन्म से कुछ समय पहले या जन्म के बाद कुछ दिन बच्चे के साथ बिताएंगे तो वह आपको भी पहचानने लगेगा. इसके अलावा इस मौके पर आपका साथ आपकी पार्टनर को फिजिकल और मेंटल दोनों तरह का सपोर्ट देता है. यह तभी संभव हो सकेगा जब आप लीव पर होंगे. इसके लिए आप पैटर्निटी लीव ले सकते हैं.


इंडिया में पैटर्निटी लीव को लेकर नियम


भारत में इस लीव की बात करें तो सेंट्रल गवर्नमेंट के पुरुष कर्मचारी 15 दिनों की पैटर्निटी लीव ले सकते हैं. प्राइवेट कंपनी के स्टाफ के लिए कई फिक्स रूल्स नहीं हैं. यहां कई बड़ी कंपनियां इस लीव को देती हैं, तो कई कंपनियां इस कॉन्सेप्ट को नहीं मानतीं. इसलिए जरूरी है आप छुट्टी को लेकर अपनी कंपनी की एचआर पॉलिसी को जरूर पढ़ें.


किन-किन राज्यों में मिलती है यह लीव


अगर सरकारी स्तर पर ही इस लीव की बात करें तो यह दिल्ली, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, बिहार, झारखंड, आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, मध्यप्रदेश और मेघालय में सरकारी कर्मचारियों को यह छुट्टी मिलती है. मेघालय को छोड़कर इसे डिलिवरी से 15 दिन पहले या बच्चे के जन्म के बाद 6 महीने तक कभी भी ले सकते हैं. वहीं मेघालय में डिलिवरी से 7 दिन पहले या जन्म के बाद के 6 महीने तक कभी भी ले सकते हैं.


ये बड़े नाम ले चुके हैं पैटर्निटी लीव


भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली, मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग, टेनिस प्लेयर सेरेना विलियम्स के पति ओहानियान, शाहिद कपूर, सैफ अली खान और रितेश देशमुख जैसे बड़े नाम बच्चे के जन्म पर छुट्टी ले चुके हैं.


ये भी पढ़ें


शादी से पहले अपनाएं ये तरीका, एक-दूसरे को लेकर कई गुना बढ़ेगी आपकी समझ


सिर्फ 7 दिनों में दिखेगी चेहरे में कसावट, झुर्रियां हटाने के लिए लगाएं ये आयुर्वेदिक लेप