नई दिल्लीः कई राज्यों ने स्कूलों और कॉलेजों में बढ़ते तापमान के चलते छुट्टियां घोषित कर दी है. छुट्टियों का एलान होते ही सभी लोग परिवार के साथ कहीं घूमने की प्लानिंग शुरू कर देते हैं. कहीं घूमने जाने के लिए ट्रेन सबसे सस्ता और आरामदायक माध्यम है. लेकिन ट्रेन की टिकट बुक करने से पहले इसको लेकर रेलवे के नियम के बारे में जानना जरूरी हो जाता है. हाल ही में रेलवे ने ट्रेन में सफर के दौरान बैठने और सोने को लेकर समय निर्धारित किया है. अक्सर देखा गया है कि रेलवे के नियमों से अज्ञान लोग अक्सर ट्रेन में सफर के दौरान बड़ी गलती कर बैठते हैं. जिसके चलते उनके साथ सफर करने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. खासकर मिडिल बर्थ और उससे जुड़े नियमों को लेकर यात्रियों में ज्यादा कन्फूजन रहती है. जिसके चलते कई बार यात्रियों के बीच झगड़े तक की भी नौबत आ जाती है. इसलिए ट्रेन में टिकट बुक करते समय मिडिल बर्थ को लेकर रेलवे के नियमों के बारे में जानना आवश्यक हो जाता है. आइए आपको बताते हैं कि रेलवे ने ट्रेन में सफर के करने के लिए मिडिल बर्थ को लेकर क्या नियम बनाए हैं...


रात 10 से सुबह 6 बजे तक का है नियम


रेलवे ने ट्रेन में सफर के दौरान मिडिल बर्थ पर बैठने और सोने को लेकर नियम तय कर दिए हैं. रेलवे के नियम के अनुसार अब मिडिल बर्थ वाले यात्री अपनी बर्थ पर रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक ही सो सकते हैं. अक्सर देखा गया है कि मिडिल बर्थ वाला यात्री ट्रेन शुरू होते ही इसे खोल लेते हैं. जिससे लोअर बर्थ वाले यात्री को काफी दिक्कत होती है. जिसके कारण कई बार सह-यात्रियों के बीच तीखी बहस भी देखने को मिलती है. रेलवे ने इस विवाद से बचने के लिए ही ये नियम लागू किया है. रेलवे के नियम के मुताबिक मिडिल बर्थ वाले यात्री दिन के समय ऐसा नहीं कर सकते हैं. मिडिल बर्थ वाले यात्री रात को 10 बजे से पहले और सुबह 6 बजे के बाद बर्थ को खोलने से रोका जा सकता है. 


दिन में नीचे बैठने की देनी होगी जगह


रेलवे के नियम के अनुसार साइड लोअर बर्थ पर सफर करने वाले यात्री को साइड अपर के यात्री को दिन के समय नीचे बैठने की जगह देनी होगी. रेलवे के नियम के अनुसार ऐसा तब भी होगा जब लोअर बर्थ में आरएसी वाले दो यात्री पहले से सफर कर रहे हैं. अक्सर देखा गया है कि ट्रेन में सफर के दौरान यात्री सीट पर बैठने और सोने को लेकर आपसी सहमति बना लेते हैं. लेकिन कई बार कुछ लोग अज्ञानता के चलते अपने साथ सफ करने वाले सह-यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन जाते हैं। इसलिए हमेशा ट्रेन में सफर करने से पहले यात्री को इससे जुड़े नियमों के बारे में जानना आवश्यक है.  


यात्री के ना मानने पर करें ये काम


कई बार देखा गया है कि कुछ यात्री ट्रेन में सफर के दौरान इसके नियमों से अपरिचित होते हैं. जिसके चलते कई बार स्थिति गंभीर हो जाती है. खासकर उन छुट्टियों के मौसम में ट्रेन में जरूरत से ज्यादा भीड़ होने के कारण ऐसी स्थिति पैदा होती है. रेलवे ने ऐसी कोई स्थिति पैदा ना हो इसके लिए खास नियम बनाए हैं. अगर कोई यात्री तय समय से पहले या बाद में मिडिल बर्थ खोलने पर अड़ जाए तो उसे ऐसा करने से रोका जा सकता है. इसके लिए यात्री टीटीई से शिकायत कर सकते हैं. टीटीई रेलवे पुलिस की मदद से यात्री को ऐसा करने से रोक सकते हैं.