जानिए शहद के हैरान करने वाले फायदे, घाव, स्किन केयर, और खांसी के लिए कर सकते हैं इस्तेमाल
शहद को कई तरीकों से इलाज के तौर पर काम में लाया जा सकता है. स्वाभाविक तरीके से ये कई मुद्दों से लड़ने में मदद करता है. आप अपने होंठ को नर्म बनाने के लिए मास्क के तौर पर लगा सकते हैं. बेहतर स्वास्त्थ्य के लिए शहद के इस्तेमाल का कुछ असामान्य नुस्खा जानना चाहिए.
कई ड्रिंक्स और भोजन को स्वाद में मीठा बनाने शहद का इस्तेमाल किया जाता है. मीठा बनानेवाली इस प्राकृतिक सामग्री के स्वास्थ्य फायदे भी हैरतअंगेज हैं. शहद को विभिन्न ड्रिंक्स और भोजन में उसके पोषण मान जोड़ने के लिए मिलाया जा सकता है. एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट्स गुण होने के चलते आपके पाचन तंत्र, दिमाग और शरीर पर ये सुखदायक प्रभाव छोड़ता है. शहद को कई तरह से इस्तेमाल की जानकारी नहीं होने के चलते हम उससे पर्याप्त फायदा हासिल नहीं कर पाते हैं. अलग-अलग उद्देश्यों में शहद के इस्तेमाल करने का कुछ असामान्य तरीका है.
इनसोमनिया के लिए- अनिद्रा एक ऐसी स्थिति है जिसमें किसी शख्स को सो पाने में मुश्किल होती है. डाइट में शहद मिलाने से बेहतर नींद को बढ़ावा मिलता है क्योंकि उसका शरीर और दिमाग पर सुखदायक प्रभाव पड़ता है. गर्म दूध में भी शहद मिलाकर सोने से पहले इस ड्रिंक को पीया जा सकता है.
घाव के लिए- शहद का एंटीबैक्टीरियल और एंटी फंगल गुण घाव को जल्द भरने में सहायता करता है. मायो क्लीनिक के मुताबिक, जलने कटने पर शहद का इस्तेमाल घाव जल्दी ठीक करने को बढ़ाता है. लेकिन आपको शहद या इललाज पर नहीं निर्भर रहना चाहिए. सबसे पहले अपने डॉक्टर की राय इलाज शुरू करने से पहले जरूर लें.
खांसी के लिए- ये खांसी कम करने, गले की खराश से लड़ाई में आपकी मदद कर सकता है. अदरक के रस की कुछ बूंदे एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर आप ले सकते हैं. आप इस तरीके को सोने से पहले कुछ दिनों तक जारी रखने के बाद असर खुद देखेंगे.
स्किन के लिए- शहद आपके स्किन की सेहत को बढ़ाने में भी मदद कर सकता है. ये स्किन को सुंदर, मुलायम और नमी देने के लिए प्राकृतिक मॉइस्चराइजर का काम करता है और मुहांसे को कम करने में भी मदद करता है. आप शहद की मदद से घरेलू फेस मास्क तैयार कर सकते हैं.
कोरोना वायरस को भारत के तीन शहरी लोगों में से दो ने बताया सबसे बड़ी चिंता, सर्वे से हुआ खुलासा
कोविड-19 का इलाज के लिए गोली की है तलाश: दवा कंपनियों की नजर वैक्सीन के विकल्प पर टिकी