Janmashtami 2022: इस साल 19 अगस्त को कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व है. इस दिन माता देवकी और वासुदेव जी के वंश में भगवान विष्णु ने कान्हा रूप में जन्म लिया था. उनका पूरा जीवन ही मानव जाति के लिए एक सीख है. बचपन की शैतानियां हो या फिर राधा से प्रेम या हो महाभारत का युद्ध.. हर जगह श्रीकृष्म (Lord Krishna) ने जीवन का पाठ पढ़ाया.

 

धर्म और पुराण भी कहते हैं कि अगर कोई मनुष्य अपनी जीवन की कठिनाइयों को दूर करना चाहता है और सफलता की कामना रखता है तो उसे श्रीकृष्ण के बताए मार्ग पर चलना चाहिए. उनकी बताई बातों को अपनाना चाहिए. इससे उस व्यक्ति का व्यक्तित्व ही बदल जाता है और वह सफलता की सीढ़ियां चढ़ने लगता है. अगर आप भी अपने लाइफ में सक्सेसफुल होना चाहते हैं तो मुरली मनोहर की ये बातें जीवन में अपना सकते हैं...


  1. जीवन हार-जीत का समायोग है. कभी हार, कभी जीत जीवन का हिस्सा है लेकिन हार कर निराश होने की बजाय इससे सीख कर आगे बढ़ने वाला व्यक्ति हमेशा ही सफल होता है.

  2. कई बार परिस्थितियां बिल्कुल विपरीत हो जाती हैं. ऐसे में घबराने की बजाय उससे सामना करने रणनीति की जरुरत पड़ती है. बिना रणनीति आप कामयाबी नहीं हासिल कर सकते. इसलिए यह बेहद जरुरी होता है. जैसा कि महाभारत में पांडव ने किया. अगर पांडव श्रीकृष्ण की रणनीति का पालन नहीं करते तो शायद ही कौरवों से युद्ध में जीत हासिल कर पाते.

  3. जीवन में सफलता पाने के लिए दूरदर्शी सोच बहुत जरूरी होता है. जो व्यक्ति जीवन में आने वाली विकट परिस्थितियों का सही समय पर पहचान कर लेता है, वह कभी भी असफल नहीं हो सकता. 

  4. जीवन में मुश्किलें आती रहती हैं. इसलिए उनसे डरने की बजाय सामना करने की जरुरत होती है. भगवान श्रीकृष्ण ने पांडवों को बताया था कि हमें खराब हालातों में हार नहीं माननी चाहिए. उसके सामने डटकर खड़े होना चाहिए. ऐसा करने से मन में बैठा डर अपने आप ही खत्म हो जाता है और सफलता मिल जाती है.

  5. अगर आप भी जीवन में आगे बढ़ना चाहते हैं और अपनी एक अलग पहचान बनाना चाहते हैं तो कभी भी अगर आपको क्रांतिकारी बनने की जरुरत पड़े तो इससे कभी भी पीछे न हटें. इसका मतलब यह है कि अगर आप अच्छा बदलाव की सोच रहे हैं तो समाज और बाकी लोग क्या सोचते हैं, इसे सोचने की बजाय बदलाव कर डालें.

  6. भविष्य क लेकर व्यर्थ की चिंता करने की बजाय हमेशा वर्तमान को बेहतर बनाने पर ध्यान देना चाहिए. अगर आपका वर्तमान अच्छा हो जाता है तो भविष्य खुद ही बेहतर हो जाएगा. 

  7. जीवन के अनुशासन का होना बेहद जरुरी है. अगर आप सफलता पाना चाहते हैं तो आपको अनुशासनहीन नहीं होना चाहिए, बल्कि अनुशासन का पालन करना चाहिए.

  8. जीवन में सच्चे दोस्त अहम भूमिका निभाते हैं. मुश्किल वक्त में ही दोस्तों की पहचान होती है. इसलिए जिस प्रकार भगवान भगवान कृष्ण ने संकट के वक्त पांडवों का साथ निभाया, ठीक उसी तरह हमें भी अपने दोस्तों का साथ देना चाहिए. 

  9. श्रीकृष्ण ने कभी भी धर्म की राह नहीं छोड़ी. वे खुद धर्म के मार्ग पर चले और दूसरों को भी सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी. धर्म की रक्षा के लिए उन्होंने पांड़वों को कौरवों से युद्ध के लिए प्रेरित किया. इसलिए हमेशा ही सही का साथ देना चाहिए.

  10. भगवान श्रीकृष्ण और राधा का प्रेम कौन नहीं जानता. उन्होंने लोगों को समझाया कि प्यार आत्मा का रिश्ता है, भौतिकता नहीं. उन्होंने शिक्षा दी कि प्रेम अगर सफल न हो तो भी अपने कर्तव्यों से मुंह नहीं मोड़ना चाहिए. जीवन से हार मानकर प्रेम के पीछे भागने की बजाय अपनी जिम्मेदारियां निभाएं.


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