डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है, जो रक्त में ग्लूकोज के स्तर को बढ़ा देती है. इससे बचने के लिए लोग कई कोशिश करते हैं. अधिकतर लोग मेडिकल ट्रीटमेंट की सहायता लेते हैं, लेकिन जरूरत से ज्यादा दवाइयां का सेवन करना भी नुकसान पहुंचा सकता है. ऐसे में आप अपनी डाइट में बदलाव कर डायबिटीज को कंट्रोल कर सकते हैं.
रणवीर इलाहाबादी के पॉडकास्ट शो में सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट सुमन अग्रवाल ने इस पर जानकारी देते हुए कहा कि: हमारा देश डायबिटीज पेशेंट से भरा हुआ है यही नहीं देश में 10 करोड़ लोग ऐसे हैं जो इस बीमारी से जूझ रहे हैं. अगर आपको डायबिटीज से जुड़ा कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत जांच करवा लेना चाहिए.
डायबिटीज पेशेंट रखें खान-पान पर ध्यान
हर डायबिटीज पेशेंट को अपने खान-पान पर ध्यान रखना चाहिए. क्योंकि जो भी आप खाते हैं, वह चीनी में बदलकर शरीर के अंदर जाता है. चाहे वह प्रोटीन हो या फिर वसा. इस बीमारी से बचने के लिए सुमन अग्रवाल ने डाइट में कुछ चीजों को शामिल करने के लिए कहा है, तो वहीं कुछ चीजों से परहेज करने को कहा है. आइए जानते हैं उन चीजों के बारे में.
डायबिटीज पेशेंट के लिए कच्ची सब्जियां
सेलिब्रिटी न्यूट्रीशनिस्ट सुमन अग्रवाल के मुताबिक अगर आप भी डायबिटीज से बचना चाहते हैं या मधुमेह को नियंत्रित करना चाहते हैं, तो आपको रोजाना अलग-अलग एक सब्जी खाना चाहिए. आप इन सब्जियों को कच्चा खा सकते हैं. जैसे पालक, मेथी, खीरा, टमाटर, गाजर आदि. इसके अलावा डायबिटीज पेशेंट के लिए सुबह खाली पेट फल खाना एक खतरा हो सकता है.
केवल इन फलों का करें सेवन
बता दें कि डायबिटीज पेशेंट को कभी भी खाली पेट फल नहीं खाना चाहिए अगर मधुमेह मैरिज खाली पेट फल खाते हैं तो इससे शुगर हाई होने की संभावना बढ़ जाती है. ऐसे में आप लंच के बाद इवनिंग टाइम में फल का सेवन कर सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे आप सारे फलों का सेवन नहीं कर सकते हैं, आप केवल इन फलों का ही सेवन कर सकते हैं. जैसे सेब, नाशपाती, अमरूद, संतरा, स्ट्रॉबेरी, जामुन, अनार, चेरी और ड्रैगन.
भूलकर भी न खाएं ये फल
इसके अलावा आप आम, केले जैसे फलों का सेवन करने से बचें. यही नहीं डायबिटीज पेशेंट को भूलकर भी पपीता का सेवन नहीं करना चाहिए. अगर आप अपनी डाइट में रोजाना एक चुकंदर कहते हैं, तो इससे आपकी डायबिटीज नियंत्रित रहती है. लेकिन ध्यान रहे चुकंदर को उबालकर खाएं, क्योंकि कच्चा खाने से कुछ लोगों को एसिडिटी जैसी प्रॉब्लम हो सकती है.
यह भी पढ़ें: Fertility Treatment : फर्टिलिटी ट्रीटमेंट के लिए कैसा होता है आइडियल कैंडिडेट? आईवीएफ को यूं करें डीकोड