Haldi Rasam :शादी के फंक्शन में यूं कई तरह का कार्यक्रम होते हैं लेकिन हल्दी रस्म (Haldi Rasam) का अपना ही महत्व होता है. भारतीय शादियों में हल्दी लगाने की परंपरा काफी पहले से चली जा रही है. इस रस्म में दूल्हा-दुल्हन को शादी से पहले हल्दी लगाई जाती है. हल्दी में चंदन, फूलों की पंखुड़ियां और पानी मिक्स करके पेस्ट बनाया जाता है और यही दूल्हा-दुल्हन के चेहरे और बॉडी पर लगाई जाती है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों किया जाता है. यह रस्म क्यों निभाई जाती है. अगर नहीं तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि शादी से पहले दूल्हा-दुल्हन को आखिर हल्दी क्यों लगाई जाती है..

वैज्ञानिक कारण


स्किन की समस्याएं खत्म करती है हल्दी


हल्दी काफी गुणकारी होता है. इसमें एंटीबायोटिक और एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं. शादी से पहले यह दूल्हा-दुल्हन को इसलिए लगाई जाती है, ताकि उनकी स्किन से संबंधी समस्याएं दूर हो सके. 

चेहरे पर निखार लाती है हल्दी


हल्दी लगाने से चेहरे पर निखार आता है, त्वचा साफ हो जाती है. दरअसल, हल्दी त्वचा पर जमी गंदगी को साफ कर उसकी चमक को बढ़ा देती है. जब यह रंग दूल्हा-दुल्न पर चढ़ता है तो खूबसूरती बढ़ जाती है.

थकान दूर करने में मददगार


शादी के वक्त काम की वजह से बहुत ज्यादा थकान और सिरदर्द की समस्या होने लगती है. हल्दी इन समस्याओं से छुटकारा दिला सकता है. इसलिए विवाह से पहले दुल्हा-दु्ल्हन को हल्दी लगाई जाती है.

धार्मिक कारण 


भगवान विष्णु की हल्दी से पूजा:


हिंदू धर्म में मांगलिक कार्य में भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना होती है. शादी-विवाह के अवसर पर भी भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. पूजा में हल्दी का प्रयोग किया जाता है क्योंकि भगवान विष्णु को हल्दी प्रिय है.

हल्दी सौभाग्य का प्रतीक:


हिंदू मान्यताएं हैं कि हल्दी सौभाग्य का प्रतीक है. इसलिए शादी से पहले यह दूल्हा-दुल्हन को लगाई जाती है. माना जाता है कि इस रस्म को निभाने से शुभ फल की प्राप्ति होती है.

नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है:


शादी में दूल्हा-दुल्हन को हल्दी लगाने के पीछे नकारास्तम ऊर्जा को दूर करना होता है. जिससे उन्हें नजर न लगे और हर तरह की नकारात्मकता से वे दूर रहें. 

 

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