कोरोना महामारी के दौरान हम सभी यह समझ चुके हैं कि कॉमरेडिटी कितना घातक हो सकता है. कॉमरेडिटी उस टर्म को कहते हैं जब व्यक्ति एक से ज्यादा बीमारियों से पीड़ित हो. मधुमेह (डायबिटिज) भी एक ऐसी स्थिति है जो अन्य जटिलताओं को जन्म दे सकती है, भले ही आप कोरोना वायरस से ग्रसित ना हो. यही कारण है कि मधुमेह पर नियंत्रण रखना महत्वपूर्ण है, खासकर हमारे बुजुर्ग माता-पिता के लिए. दवाई मधुमेह का विकल्प है लेकिन सही डाइट के माध्यम से भी आप इस बीमारी पर अंकुश लगा सकते हैं.

आपके माता-पिता द्वारा खाए जाने वाले भोजन का उनके स्वास्थ्य पर एक बड़ा प्रभाव पड़ता है, खासकर अगर उन्हें मधुमेह है. जबकि कुछ खाद्य पदार्थ उन्हें अपने ब्लड सुगर के लेवल को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं. आइये जानते हैं कि मधुमेह रोगियों को किन चीजों से दूर रहना चाहिए:

1. व्हाइट ब्रेड

व्हाइट ब्रेड को रिफाइंड आटे से बनाया जाता है और इसमें एक उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है जो सीधे ब्लड सुगर के स्तर को बढ़ा सकता है. इसके बजाय मल्टीग्रेन या साबुत रोटी खाने की कोशिश करें.

कोरोन वायरस: जानें दवाओं से बेहतर क्यों साबित होगी वैक्सीन?

2. तला हुआ खाना

तला हुए भोजन में वसा की मात्रा ज्यादा होता है. वसा को पचाने में थोड़ा समय लगता है. तला हुआ खाना भी ब्लड सुगर को बढ़ाता है. यदि आपके माता-पिता को तले हुए खाद्य पदार्थ पसंद हैं, तो आप एयर फ्रायर खरीदने पर विचार कर सकते हैं.

3. सोडा

सोडा चीनी में अधिक होता है. डाइट सोडा भी मधुमेह रोगियों के सुरक्षित नहीं है.

4. कृत्रिम मिठाई

आपने सोचा होगा कि कृत्रिम मिठाई चीनी का एक स्वस्थ विकल्प है, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से ऐसा नहीं है. मधुमेह वाले लोगों के लिए कृत्रिम मिठाई का सेवन हानिकारक है. विशेषज्ञों का मानना है कि कृत्रिम मिठाई (आर्टिफिशियल स्वीटनर) सामान्य चीनी की तुलना में लगभग 180 से 200 गुना अधिक मीठा होता है.

कोरोना काल में बदली जिंदगी, महामारी खत्म होने के बाद भी लाइफ स्टाइल में होंगे आठ बड़े बदलाव

5. पैकेज्ड फूड से बचें

पैकेज्ड फूड में शुगर, प्रिजरवेटिव्स, सोडियम और अनहेल्दी ट्रांस फैट्स होते हैं. यह आपके शरीर में कोलोस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ा सकता है. जिन लोगों को टाइप -2 डायबिटीज है उन्हें दिल की बीमारियां होने का भी अधिक खतरा होता है, इसलिए भोजन में ट्रांस फैट की किसी भी मात्रा से बचना चाहिए.

6. संतरे का रस

संतरे का फल और विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट का एक प्राकृतिक स्रोत है, लेकिन इसका रस मधुमेह रोगियों के लिए बहुत अच्छा नहीं है. संतरे का रस पूरी तरह से फाइबर से रहित होता है और चीनी से भरा होता है. यह ब्लड शुगर के स्तर में वृद्धि का कारण बनता है जो आप स्पष्ट रूप से नहीं चाहते हैं.

कोरोना महामारी के चलते दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ा, इन संकेतों को ना करें नजरअंदाज

7. फ्लेवर्ड योगर्ट्स

मधुमेह से ग्रस्त मरीज़ सादे योगर्ट का सेवन कर सकते हैं, पर जब बात फ्लेवर वाले योगर्ट की हो तो इनसे परहेज करना जरूरी है. आज बाजार में उपलब्ध अधिकांश योगर्ट में कृत्रिम स्वाद होता है और यह चीनी से भरा होता है. शुद्ध दूध से बने एवं चीनी रहित योगर्ट का सेवन करें.

8. बिस्कुट

किसी भी अन्य पैकेज्ड खाद्य पदार्थों की तरह बिस्कुट भी कार्बोहाइड्रेट और चीनी से भरे होते हैं.

9. फलों के जैम और शहद

फलों के जैम में चीनी के अलावा और कुछ नहीं है. इसमें कोई पोषक तत्व नहीं होते हैं. यहां तक कि शहद शुद्ध फ्रुक्टोज का एक स्रोत है जो ब्लड सुगर के स्तर को बढ़ा सकता है.

Health Tips: कोरोना काल में इम्युनिटी सिस्टम को करना है मजबूत, घर पर ट्राय करें ये जूस