Lumpy Disease : रास्थान और गुजरात के पालतू पशुओं पर एक खतरनाक बीमारी कहर बरपाया हुआ है. इस बीमारी के चलते इन राज्यों में 1200 गायों की मौत हो चुकी है. वहीं, करीब 25000 से अधिक मवेशी इस खतरनाक संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं. बताया जा रहा है कि इस बीमारी का सटीक इलाज उपलब्ध नहीं है, इस वजह से यह तेजी ले पशुओं में फैल रहा है. इसकी वजह से पशु पालकों में काफी चिंता बढ़ रही है. कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि गायों और पशुओं को होने वाली यह समस्या, लम्पी डिजीज है. ऐसा माना जा रहा है कि यह डिजीज पाकिस्तान के रास्ते भारत में फैला है. 


लम्पी डिजीज के लक्षण


लम्पी डिजीज की बात कि जाए तो पशुओं शुरुआती अवस्था में त्वचा पर चेचक, नाक बहना, तेज बुखार जैसे लक्षण दिखते हैं. इस वायरस की वजह से पशुओं को काफी तेजी बुखार आता है. बुखार आने के बाद उनकी शारीरिक क्षमता काफी गिरने लगती है. इसके कुछ दिनों बाद पशुओं के शरीर पर चकत्ते नजर आने लगते हैं. 


लम्पी डिजीज फैलने के कारण


बताया जा रहा है कि लम्पी डिजीज संक्रमित गाय के संपर्क में आने से दूसरी गायों में फैल रही है. यह मक्खी, मच्छर या फिर जूं द्वारा खून चूसने के दौरान फैल सकती है. इसके अलावा दूषित गाय के सीधे संपर्क में आने से भी फैल सकती है. इसके कारण अबतक कई गायों की मौतें हो चुकी हैं.  


लम्पी संक्रमण से बचाव के तरीके



  • संक्रमित पशुओं को अपने पालतू जानवरों से दूर रखें. 

  • मवेशियों के आसापास की जगहों को साफ करें. 

  • पालतू जानवर जहां रहते हैं वहां मच्छरों और मक्खियों को पनपने से रोकें. 

  • क्यों है लाइजाज


लम्पी डिजीज के लिए अभी तक कोई टिका नहीं तैयार हुआ है. यह कोरोना वायरस और मंकीपॉक्स की तरह एक दुर्लभ बीमारी है. ऐसे में यह वैज्ञानिकों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. जानवरों को इस वायरस से बचाने के लिए एंटीबैक्टीरियल, एंटी-फंगल जैसे टीका लगाए जा रहे हैं. 


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