Mahadev Temple In India: महाशिवरात्रि पर सोमनाथ मंदिर जाने के लिए ये विकल्प बेहतर हैं. सोमनाथ मंदिर गुजरात में स्थित है. कावड़ यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में भक्त यहां पहुंचते हैं. यहां पहुंचने के लिए हवाई यात्रा, सड़क और रेल का प्रयोग किया जा सकता है. सोमनाथ मंदिर के सबसे नजदीक हवाई अड्डा केशोद हवाई अड्डा है. यहां से भी सोमनाथ मंदिर के दर्शन हो सकते हैं. इसके अलावा राजकोट हवाई अड्डा, अहमदाबाद (सरदार वल्लभभाई पटेल) अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा से फ्लाइट बुक कर भी दर्शन किए जा सकते हैं. हवाई यात्रा वहन कर पाने में सक्षम नहीं हैं तो जबलपुर, इटारसी, भोपाल, उज्जैन से रेल से सोमनाथ मंदिर जाया जा सकता है. अहमदाबाद और राजकोट से सोमनाथ मंदिर जाने के लिए ट्रेन, बस और टैक्सी से भी पहुंच सकते हैं. 


 


काशी विश्वनाथ मंदिर ऐसे जाइए


उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर की एक विशेष मान्यता हैं. दुनिया भर में मौजूद भगवान भोले के भक्त काशी विश्वनाथ मंदिर में उनके लिए दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. यहां फ्लाइट, ट्रेन, बस, बाइक, कार या टैक्सी से जाया जा सकता है. काशी विश्वनाथ मंदिर के सबसे नजदीक एयरपोर्ट बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं. काशी विश्वनाथ मंदिर से इसकी दूरी महज 25 किलोमीटर है. लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए आपको बैंगलोर, चेन्नई, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चंडीगढ़ जैसे बड़े शहरों से फ्लाइट की सुविधा मिल जाएगी. यदि रेलवे स्टेशन की बात करें तो काशी रेलवे स्टेशन, वाराणसी सिटी और वाराणसी जंक्शन है. ये महज 3 से 4 किलोमीटर की दूरी पर हैं. इन तीनों रेलवे स्टेशन पर दिल्ली, चंडीगढ़, बैंगलोर, देहरादून, मुंबई, डिब्रूगढ़ और अहमदाबाद जैसे शहरों से सीधे रेल आती हैं. एयरपोर्ट से ऑटो या अन्य वाहन से मंदिर पहुंच सकते हैं. 


 


महाशिवरात्रि पर केदारनाथ धाम कैसे पहुंचे 


केदारनाथ हिंदुओं के पवित्र धार्मिक स्थलों में से एक है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद केदारनाथ मंदिर की पूजा करने केदारनाथ जा चुके हैं. इसके लिए हरिद्वार और ऋषिकेश से जा सकते हैं. सबसे पहले हरिद्वार पहुंचना होगा. हरिद्वार से ट्रेन और बस उपलब्द्ध हैं. यदि हवाई जहां से केदारनाथ जाना चाहते हैं तो देहरादून पहुंचा जा सकता है. सड़क की मदद से गोरीकुंड पहुंचना होगा. वहीं, ऋषिकेश से भी केदारनाथ की यात्रा की जा सकती है. ऋषिकेश के लिए भी ट्रेन और सड़क की सुविधा उपलद्ध है. ऋषिकेश और हरिद्वार के बीच की दूरी करीब 20 किलोमीटर है. यदि आप दिल्ली में मौजूद हैं तो बस, रेलगाड़ी से हरिद्वार या पिफर ऋषिकेश पहुंच सकते हैं. यहां से गोरीकुंड पहुंचना होगा. गोरीकुंड से केदारनाथ की दूरी महज 14 किलोमीटर है. गोरीकुंड से श्री केदारनाथ मंदिर तक पैदल या फिर घोड़े या खच्चर या पालकी के माध्यम से जाना होगा.


लिंगराज मंदिर कैसे पहुंचे


भगवान शिव का लिंगराज मंदिर उड़ीसा के खोर्धा जिले में बना हुआ है. यह उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर से महज 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. राजधानी के नजदीक होने के कारण यहां पहुंचना अधिक कठिन नहीं है. मंदिर के सबसे नजदीक एयरपोर्ट बीजू पटनायक इंटरनेशनल एयरपोर्ट है. यहां से मंदिर की दूरी केवल 4 किलोमीटर है. बीजू पटनायक इंटरनेशनल एयरपोर्ट से दिल्ली, बेंगलुरु, मुंबई, चंडीगढ़ और कोलकाता के अलावा देश के अन्य राज्यों से श्रद्धालु पहुंच सकते हैं. वहीं, बस, टैक्सी, ऑटो से एयरपोर्ट से आसानी से पहुंचा जा सकता है. लिंगराज मंदिर के सबसे पास रेलवे स्टेशन भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन है. यह मंदिर से महज 4 किलोमीटर की दूरी पर है. यह स्टेशन लखनऊ, दिल्ली, चंडीगढ़, मुंबई, चेन्नई और बेंगलुरु समेत अन्य रेलवे स्टेशन से सीधे ही जुड़ा हुआ है. रेलवे स्टेशन से अैक्सी, ऑटो से आसानी से मंदिर पहुंचा जा सकता है. 


 

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