Child Care: स्ट्रॉन्ग रहेंगी बच्चे की मसल्स, शुरुआत से ही ऐसी रखें उसकी लाइफस्टाइल
Strong Child: करियर और लाइफ में बेहतर करेगा आपका बच्चा, बस आप बचपन से ही उसकी लाइफस्टाइल (Child Lifestyle) में कुछ खास चीजों को शामिल करें, इस बारे में यहां बताया गया है.
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Parenting Tips: बच्चे को शरीर और मन से स्ट्रॉन्ग (Strong child) बनाना पेरेंट्स के लिए बड़ी जिम्मेदारी होती है. क्योंकि एक हेल्दी बच्चा (Healthy child) ही अपना करियर और अपनी लाइफ को बेहतर तरीके से मैनेज कर सकता है और जीवनभर खुश रह सकता है. ऐसे में पेरेंट्स (Parents) के लिए यह जानना बहुत जरूरी हो जाता है कि वे अपने बच्चे की लाइफस्टाइल (Childs lifestyle) में और उसकी परवरिश (Parenting) में ऐसा क्या करें कि बच्चा स्वस्थ और मजबूत बने. इस बारे में यहां आपको कुछ जरूरी टिप्स दिए जा रहे हैं...
बच्चे को मेंटली स्ट्रॉन्ग बनाने के लिए क्या करें?
बच्चा मानसिक रूप से मजबूत बने इसके लिए जरूरी है कि आप उसकी भावनाओं को ठीक तरह से समझें, जिन बच्चों को बचपन से ही इमोशनल सपोर्ट मिलता है और जो खुद को इमोशनली सिक्योर फील करते हैं, ऐसे बच्चे आमतौर पर अधिक मजबूत मन के होते हैं. ये छोटी-छोटी समस्याएं आने पर घबराते नहीं हैं और अपने ग्रुप के बीच भी लीडरशिप दिखाते हैं.
बच्चे को इमोशनली सिक्योर कैसे फील कराएं?
बच्चे को इमोशनली सिक्योर फील कराने के लिए जरूरी है कि आप उसके साथ समय बिताएं. उससे उसकी बातें सुनें, समस्याएं समझें और बच्चे के सवालों का जवाब दें. बच्चे के साथ खेलें और स्कूल ऐक्टिविटीज के बारे में पूछें. इससे बच्चा आपके साथ अधिक कनेक्टेड फील करेगा और खुद को सिक्योर समझेगा.
बच्चे को फिजिकली स्ट्रॉन्ग कैसे बनाएं?
यह बात आप जानते हैं कि बच्चे को सही डायट और खेल-कूद के जरिए ही फिजिकली स्ट्रॉन्ग बनाया जा सकता है. लेकिन इसके साथ ही जो एक जरूरी बात आपको हमेशा ध्यान में रखनी है, वो यह है कि बच्चे का स्क्रीन टाइम कम से कम हो. यानी आपका बच्चा टीवी, फोन, कंप्यूटर, लैपटॉप या विडियो गेम इत्यादि के लिए स्क्रीन पर अधिक समय ना बिताए.
जो बच्चे एक ही जगह बैठकर या लेटकर इस तरह स्क्रीन पर अधिक समय बिताते हैं, उनकी हड्डियां और मांसपेशियां उन बच्चों की तुलना में कहीं अधिक कमजोर होती हैं, जो बच्चे फील्ड और ग्राउंड में आउटडोर गेम्स खेलते हैं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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