Char Dham Yatra 2022: इस साल आसान नहीं चार धाम यात्रा, प्लानिंग से पहले जानें जरूरी बातें
Chardham Darshan: उत्तराखंड की चार धाम यात्रा पर जाना चाहते हैं तो उससे पहले अपनी सुरक्षा, समय की बचत और होटल की प्री-बुकिंग जैसी जरूरी बातों पर ध्यान दें. अन्यथा आपको बीच रास्ते से भी लौटना पड़ सकता है.
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Uttarakhand Char Dham Yatra 2022: हमारे देश में चार धाम यात्रा के दो स्वरूप हैं. छोटी चार धाम यात्रा (Choti Char Dham Yatra) और बड़ी चार धाम यात्रा (Main Char Dham Yatra). देवभूमि उत्तराखंड में स्थित चार पवित्र धामों (Uttarakhand Scard Shrines) की यात्रा को छोटी चार धाम यात्रा के रूप में जाना जाता है. यह यात्रा इस साल मई माह से शुरू हो चुकी है और बड़ी संख्या में भक्त इन तीर्थों के दर्शन के लिए जा रहे हैं. यदि आप भी तीर्थयात्रा की प्लानिंग (pilgrimage) कर रहे हैं तो इस समय कुछ बातों को ध्यान में रखना बहुत जरूरी है. ताकि आपकी यात्रा सुखद रहे और आप जिस उद्देश्य से घर से बाहर जाना चाहते हैं, वो पूरा हो सके...
छोटी चार धाम यात्रा और बड़ी चार धाम यात्रा में क्या अंतर है?
उत्तराखंड में की जाने वाली चार धाम यात्रा यमुनोत्री से प्रारंभ होती है. यहां दर्शन करने के बाद भक्त गंगोत्री जाते हैं और फिर बद्रीनाथ और केदारनाथ. ये चारों धाम बहुत पवित्र हैं और सनातन धर्म में आस्था रखने वाला हर व्यक्ति अपने जीवन में एक बार जरूर इन चारों तीर्थों के दर्शन करना चाहता है. क्योंकि हिंदू धर्म में इन धामों को मोक्ष का द्वार बताया गया है. जबकि बड़ी चार धाम यात्रा उत्तराखंड में भगवान बद्रीनाथ के दर्शन से प्रारंभ होकर गुजरात के द्वारका, उड़ीसा के जगन्नाथ पुरी और तमिला नाडू के रामेश्वरम तीर्थ के दर्शनों के साथ संपन्न होती है.
छोटी चार धाम यात्रा की जरूरी बातें
- इस बार दो साल के बाद उत्तराखंड की चार धाम यात्रा शुरू हुई है. क्योंकि कोरोना संक्रमण के कारण पिछले दो साल से ट्रैवलिंग लगभग पूरी तरह बंद थी. ऐसे में इस साल जब यात्रा शुरू हुई तो बड़ी संख्या में श्रद्धालु देवभूमि उत्तराखंड में उमड़ पड़े, जिस कारण यहां बहुत अधिक भीड़ के कारण तीर्थस्थानों पर दर्शन के लिए लंबी कतारें लग रही हैं. यानी आप जितने समय की ट्रैवलिंग का प्लान करके जा रहे हैं, उससे अधिक समय लग सकता है.
- बरसात का मौसम है और भीड़ बढ़ने के कारण पहाड़ी रास्तों पर ट्रैफिक की समस्या भी बढ़ गई है. इसलिए आपका काफी समय गाड़ी या बस में बैठकर यात्रा करने में लगेगा, जो काफी थकाऊ हो सकता है.
- मॉनसून में बारिश के कारण कई तरह की प्राकृतिक आपदाओं का डर भी बना हुआ है. इस कारण सुरक्षा की दृष्टि से भी भीड़ वाली जगहों पर जाना सही नहीं है. यदि आप कहीं घूमने ही जाना चाहते हैं तो फिलहाल अपनी लिस्ट से इन डेस्टिनेशन को हटाना ही सही होगा.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. ट्रैवल पर निकलने से पहले डेस्टिनेशन के ताजा हालात की जानकारी जरूर लें.
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