Baldness And Age: हेयर फॉल की जब बात आती है तो पुरुषों और महिलाओं में इसका रेश्यो एक समान है. लेकिन जब गंजापन बढ़ने की बात आती है तो महिलाओं की तुलना में पुरुष इसका बहुत अधिक शिकार होते हैं. ऐसा जेंडर रीजन और अनुवांशिक कारणों से होता है. यह सिर्फ कहने की बात है कि महिलाएं अपने बालों को लेकर बहुत अधिक चिंतित रहती हैं. वास्तविकता तो यह है कि पुरुष भी महिलाओं की तरह ही अपने बालों को लेकर बहुत अधिक संवेदनशील होते हैं. हालांकि हेयर फॉल के कुछ कारण महिलाओं और पुरुषों में समान होते हैं, जबकि कुछ कारण एकदम अलग होते हैं.
हेयर फॉल के कारण
- अधिक तनाव में रहना
- लंबे समय से कोई तनाव बना रहना
- दवाओं का साइड इफेक्ट
- शरीर में पोषण की कमी
- भोजन में पर्याप्त न्यूट्रिऐंट्स ना लेना
- हीमोग्लोबिन की कमी
- शरीर में आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन या विटामिन -डी की कमी होना
- गलत हेयर प्रॉडक्ट्स का चुनाव
- बहुत अधिक केमिकल युक्त शैंपू या कंडीशनर लगाना
- बालों से जुड़े पार्लर ट्रीटमेंट का बुरा असर
पुरुषों में बालों से जुड़े भ्रम
हेयर फॉल की समस्या पुरुषों को बहुत अधिक प्रभावित करती है. यही कारण है पुरुषों के हेयर फॉल और गंजेपन को लेकर हमारे समाज में कई तरह के भ्रम देखने को मिलते हैं. ऐसा ही एक भ्रम है कि 35 साल की उम्र तक लड़कों के बाल अधिक झड़ते हैं और इसके बाद हेयर फॉल काफी कम हो जाता है या बंद हो जाता है और फिर बुढ़ापे में शुरू होता है. जबकि इस बात में मेडिकली तो कोई सच्चाई नजर नहीं आती है.
किस उम्र में तक झड़ते हैं बाल?
मेडिकल रिपोर्ट्स के अनुसार, 30 साल की उम्र आते-आते पुरुषों में इस बात के 25 प्रतिशत चांस होते हैं कि कुछ हद तक गंजापन दिखने लगे. जबकि 50 की उम्र तक तो 50 प्रतिशत पुरुषों में गंजापन दिखने लगता है. इस उम्र तक पुरुषों के सिर के इतने बाल गिर चुके होते हैं कि सिर के कुछ हिस्से में गंजापन अलग से नजर आने लगता है. वहीं 60 की उम्र तक दो तिहाई पुरुष या तो पूरी तरह गंजे हो जाते हैं या गंजापन काफी हद तक उनके सिर पर नजर आने लगता है. यह सिलसिला ताउम्र यूं ही चलता रहता है क्योंकि जब उम्र बढ़ने लगती है तो हेयर फॉल बढ़ता है, घटता नहीं है.
कैसे बंद करें बालों का झड़ना?
इस बात को खुले मन से स्वीकार कर लीजिए कि बालों का पूरी तरह झड़ना कभी बंद नहीं हो सकता. क्योंकि बाल भी पेड़ की पत्तियों की तरह होते हैं, एक समय बाद पुराने बाल गिर जाते हैं और नए बाल आ जाते हैं और यह क्रम लगभग 45 से 50 साल की उम्र तक चलता रहता है. इसके बाद बहुत ही कम हो जाता है. करीब एक दशक पहले तक एक दिन में 70 बाल गिरना सामान्य माना जाता था. लेकिन समाज में तनाव के बढ़ते स्तर को देखते हुए इस संख्या को बढ़ाकर 100 कर दिया गया है. यानी एक दिन में किसी व्यक्ति के 100 बाल गिरते हैं तो इसे हेयर फॉल में काउंट नहीं किया जाता है.
इससे अधिक बाल गिरना, सिर के किसी हिस्से में खालीपन महसूस होना या बालों का कमजोर होना, पतला होना, सफेद होना जैसी समस्याएं हो रही हैं तो आप डॉक्टर से जरूर मिलें. बाकी आप अपनी डेली लाइफ में कुछ बातों का ध्यान रखकर हेयर फॉल को कंट्रोल कर सकते हैं.
- माइल्ड शैंपू चुनें. बहुत अधिक केमिकल वाले शैंपू बालों की जड़ों को कमजोर करते हैं.
- शैंपू से आधा घंटा पहले सिर में तेल लगाकर मालिश जरूर करें.
- सप्ताह में कम से कम तीन बार शैंपू जरूर करें.
- गर्म पानी में बाल धोने से बचें, यह बालों को पतला और कमजोर बनाता है.
- हेयर ड्रायर का कम से कम उपयोग करें. बेहतर होगा कि उपयोग ना ही करें और बालों को प्राकृतिक रूप से सूखने दें.
- डेली डायट में आयरन, कैल्शियम, विटामिन-डी और प्रोटीन की मात्रा का ध्यान रखें.
- बालों के लिए जरूरी पोषक तत्वों के सप्लिमेंट्स का सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद करें.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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