National Coloring Day 2021: नेशनल कलरिंग डे रंग भरने के लिए समर्पित है, चाहे ये क्रेयॉन, रंगीन पेंसिल या मार्कर से हो. रंग भरना अमेरिका में 'कला के लोकतंत्रीकरण' के तौर पर लोकप्रिय हुआ. दावा है कि सभी छात्र कला से फायदा उठा सकते हैं, क्योंकि ये बौद्धिक क्षमता को सुधारता है, पेशा खोजने के लिए उपयोगी दक्षता को बढ़ता है और आध्यात्मिक तौर पर बच्चों की मदद करता है.


नेशनल कलरिंग डे का इतिहास और महत्व


1880 के दशक में पहली बार The Little Folks' Painting Book किताब को रंगने की आविष्कारक के रूप में McLoughlin Brothers कंपनी को समझा जाता है. शुरुआत से ही क्रेयॉन के बजाए किताबों को रंगने में पेंट का इस्तेमाल किया गया और क्रेयॉन ने 1930 के दशक तक लोकप्रियता नहीं बटोरी थी. रंग भरने को बच्चे और व्यस्कों दोनों के लिए फायदेमंद होने के तौर पर देखा जाता है और उन लोगों के लिए मददगार होता है जो सदमा से गुजर रहे हैं या तनाव मुक्त होने की कोशिश कर रहे हैं. नेशनल कलिरंग डे की शुरुआत Jace Shoemaker-Galloway ने की थी.


कलरिंग है मुफीद- रंग भरने को बेहद लाभकारी शौक के तौर पर जाना जाता है. रंग भरने की गतिविधि रचनात्मक है, जिससे आपके दिमाग को अपने काम में लीन होने की अनुमति मिलती है. रंग भरने के फायदों को शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता, ये आपकी भाषा को ठीक करने में नया आयाम देता है.


रंग भरना शौक है- अन्य फायदों के अलावा, रंग भरना वास्तव में खुद सुखद है. जैसे ही आप आराम करते हैं और रंग भरना शुरू करते हैं, आप व्यावहारिक रूप से महसूस कर सकते हैं कि आपकी रचनात्मकता तेजी से परवान चढ़ रही है. आपके विचारों में नयापन आने लगता है. कलरिंग आपको कल्पना से परे ले जाने का हैरतअंगेज अनुभव कराता है.


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