National Doctors’ Day 2021: हर साल इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की तरफ से 1 जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे के तौर मनाया जाता है. आज के दिन बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ बिधान चंद्र रॉय की जयंती और पुण्यतिथि के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन होता है. ये खास दिन डॉक्टरों और हेल्थकेयर वर्कर्स को समर्पित है जो अपनी जिंदगी को खतरे में डालकर मरीजों की जान बचाने के काम में लगे हैं. कोरोना महामारी ने दुनिया भर में उनके योगदान और बलिदान की याद ताजा करा दी है. डॉक्टर्स डे दुनिया भर में अलग-अलग तारीखों पर मनाया जाता है. लिहाजा, जरूरी हो जाता है कि इस दिन का महत्व और इतिहास को जाना जाए.
नेशनल डॉक्टर्स डे 2021-इतिहास
दिवस को पहली बार बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर बीसी रॉय के सम्मान में मानवता की सेवा में उनके योगदान को देखते हुए 1911 में मनाया गया था. डॉक्टर रॉय एक महान डॉक्टर थे. मेडिकल जगत में उनका बहुत बड़ा योगदान है. उनका जन्म 1 जुलाई, 1882 को हुआ था, और आज ही के दिन 1962 में निधन भी हुआ था. उनको 4 फरवरी, 1962 में भारत रत्न से नवाजा गया था.
उन्होंने महिलाओं और बच्चों के लिए कई संस्थानों जैसे जाधवपुर टीबी अस्पताल, चितरंजन सेवा सदन, कमला नेहरू मेमोरियल अस्पताल, विक्टोरिया कॉलेज, चितरंजन कैंसर अस्पताल और चितरंजन सेवा सदन को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्हें भारतीय उपमहाद्वीप में पहला मेडिकल सलाहकार भी कहा गया.
नेशनल डॉक्टर्स डे 2021-महत्व
नेशनल डॉक्टर्स डे जीवन की सेवा में डॉक्टरों की भूमिका और जिम्मेदारियों की तरफ ध्यान आकर्षित करने के लिए मनाया जाता है. ये खास दिन उनके कार्यों और दायित्वों की पहचान के लिए माना जाता है. कोरोना प्रकोप के बीच, डॉक्टर लोगों की जिंदगी बचाने के लिए अपनी जान की परवाह नहीं कर रहे हैं. हफ्ते के सातों दिन लोगों के बहुमूल्य जीवन को बचाने में बीत रहा है.
अपने परिजनों की सुरक्षा और खुद की सुरक्षा के बारे में सोचे बिना, डॉक्टरों ने राष्ट्र की सेवा करने का बीड़ा उठाया है. उनके समर्पण की भावना को देखते हुए लोग उन्हें सलाम कर रहे हैं. लोगों की कामना है कि संकट की घड़ी में डॉक्टर मानवता की सेवा करते रहें.
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