Papaya Eating Tips: सेहत के लिए पपीता कितना फायदेमंद है ये किसी को बताने की जरूरत नहीं. डाइजेशन से जुड़ी समस्या हो तो पपीता फायदा करता है. आंखों की रोशनी को दुरूस्त रखने में भी पपीता बहुत काम का है. जो लोग वेट लॉस की कोशिशों में जुटे हैं वो भी पपीता खाना ही प्रिफर करते हैं. पपीता सीधे खाया जा सकता है या फिर मिल्क शेक बनाकर पिया जा सकता है. इसमें मौजूद फैट, विटामिन्स, मिनिरल्स और दूसरे डायटरी फाइबर्स शरीर को भरपूर सेहत देते हैं. लेकिन पपीते के साथ क्या खाया जाए और क्या नहीं इसका ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है.
नींबू और पपीता
नींबू और पपीता गलती से भी एक साथ न खाएं. ऐसा करने से एनीमिया का खतरा बढ़ सकता है. क्योंकि इस कॉम्बिनेशन से हीमोग्लोबिन का स्तर कम होता है. इसलिए पपीते पर कभी नींबू का रस डालकर न खाएं.
दही और पपीता
पपीते और दही की तासीर में अंतर है. पपीता गर्म तासीर का है जबकि दही ठंडी. इसलिए दोनों को एक साथ न खाएं. बल्कि दोनों के खाने में भी अंतराल रखें.
संतरा और पपीता
जिस तरह नींबू खाना पपीते के साथ नुकसानदायी है. उसी तरह संतरा भी नुकसान करता है. दोनों ही सीट्रस फलों की श्रेणी में आते हैं ये कॉम्बिनेशन पपीते के साथ नुकसान पहुंचाता है.
टमाटर और पपीता
पपीता और टमाटर दोनों का कॉम्बिनेशन मिलकर एसिडीटी की परेशानी बढ़ा सकता है. इसलिए पपीता और टमाटर कभी एक साथ या एक ही वक्त पर न खाएं.
कीवी और पपीता
नींबू और सतरें की तरह ही कीवी का स्वाद भी खट्टापन लिए हुए ही होता है. इसलिए कीवी और पपीता कभी साथ में न खाएं.
पपीता खाते समय ये ध्यान रखना जरूरी है कि उसे किसी खट्टे फल के साथ नहीं खाना है. यही वजह है कि फ्रूट चाट खाते समय भी फलों के कॉम्बिनेशन पर खास ध्यान दिया जाना चाहिए.
ये भी पढ़ें
व्रत में बनाएं करी पत्ता वाले आलू फ्राई, खाकर मज़ा आ जाएगा
नाखून बताते हैं आपकी सेहत का राज, इन बीमारियों का देते हैं संकेत, अनदेखी करना पड़ सकता है महंगा