(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Parenting Tips: पहले महीने में बच्चे के शरीर में होते हैं ये बदलाव, न्यू पेरेंट्स को जरूर पता होनी चाहिए ये 5 बातें
Newborn Baby Care: पहले महीने में बच्चे की देखभाल करना बहुत सतर्कता का काम है. इस दौरान बच्चे के शरीर में कई बदलाव होते हैं. ये किस तरह के बदलाव हैं और क्या चीजें सामान्य हैं, यहां जानें.
One Month Baby Care: जन्म लेने के बाद बच्चा जब बाहरी दुनिया के संपर्क में आता है तो उसके शरीर में कई तरह के बदलाव हो रहे होते हैं. उसका शरीर मां के गर्भ के बाहर इस वातावरण के साथ संतुलन बिठाने का प्रयास कर रहा होता है. ऐसे में बच्चे के शरीर में पहले महीने के अंदर कई तरह के बदलाव होते हैं. जिनके बारे में न्यू पेरेंट्स को पता होना चाहिए. ताकि बेफिक्र होकर बेबी की केयर कर सकें और नन्हे मेहमान का साथ दिल खोलकर इंजॉय करें...
बच्चे के वजन में बदलाव
- जन्म के पहले महीने के शुरुआती 10 दिन में बच्चे का वजन 10 पर्सेंट तक वजन कम हो सकता है. इसलिए परेशान ना हों. लेकिन इससे ज्यादा कम होने पर डॉक्टर से मिलें.
- हालांकि पहले महीने के ही आखिर 10 दिनों में बच्चा अपना खोया हुआ वजन तो फिर से गेन कर ही लेता है, साथ ही उसका वजन हर दिन 20 से 30 ग्राम तक बढ़ सकता है. यानी पहले महीने के अंत तक बच्चे का वजन करीब 300 ग्राम तक बढ़ जाता है.
न्यू बॉर्न बच्चे का पेट होता है खराब
- बच्चे की पहली पॉटी ब्लैक होती है. इसके बाद रंग ग्रीन हो सकता है, मस्टर्ड येलो हो सकता है या लाइट येलो हो सकता है.
- शुरुआत में बच्चे का पॉटी करने का समय और फ्रिक्वेंसी लगातार बदलता है. हो सकता है बेबी 1 दिन में 7 बार पॉटी करे या फिर 7 दिन में एक बार. ये सभी बातें बच्चे के जन्म के पहले महीने में एकदम सामान्य हैं.
- यदि बच्चे की पॉटी में रेड कलर या ब्लड नहीं आ रहा है तब तक कोई डरने की बात नहीं है. आप अपनी तसल्ली के लिए चाहें तो डॉक्टर से मिल सकते हैं.
ब्रेस्ट फीडिंग से जुड़ी बातें
- न्यू बॉर्न बेबी हर दो से तीन घंटे में फीडिंग करते हैं. आमतौर पर बच्चे को हर दो घंटे में ब्रेस्ट फीडिंग की आश्यकता होती है. कुछ बच्चे ढाई से तीन घंटे में भी फीड करते हैं.
बच्चे का यूरिन करना
- बच्चे की हेल्थ के बारे में जानकारी देने के लिए उसका यूरिन एक महत्वपूर्ण इंडिकेटर होता है. बच्चे का यूरिन पास करना, यूरिन की फ्रिक्वेंसी, यूरिन कलर से आप इसकी हेल्थ के बारे में बहुत कुछ जान सकते हैं.
- आजकल आमतौर पर बच्चों को डायपर पहनाया जाता है. इसलिए पेरेंट्स को यूरिन टाइमिंग के बारे में पता नहीं चल पाता. डायपर के वेट से यह पता चल जाता है कि बेबी ने एक से ज्यादा बार यूरिन पास किया है.
- ऐसे में यदि आप दिन में 4 से 5 बार बेबी का डायपर चेंज कर रहे हैं तो यह पूरी तरह नॉर्मल है. क्योंकि आमतौर पर न्यू बोर्न बेबी एक दिन में 6 से 7 बार तक यूरिन पास करता है.
बेबी की बॉडी पर स्वेलिंग
- आमतौर पर एक महीने के बच्चे के शरीर के कुछ हिस्सों में सूजन रहती है, जो कि बिल्कुल सामान्य है. जैसे, बच्चे के चेहरे पर, बच्चे के ब्रेस्ट एरिया पर निपल के आस-पास या फिर बच्चे के प्राइवेट पार्ट्स पर सूजन होना सामान्य बात होती है. जो कि बच्चे के जन्म के बाद एक महीने का समय पूरा होते-होते खुद ही गायब हो जाती है.
- आप इन पार्ट्स को आराम से छू सकते हैं, क्लीन कर सकते हैं, मसाज कर सकते हैं. यदि आपको लगता है कि इन पार्ट्स को छूने पर बच्चा परेशान हो रहा है या उसे दर्द हो रहा है या रेडनेस बढ़ रही है तो इस बारे में आप अपने डॉक्टर से तुरंत बात करें.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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