नई दिल्लीः दुनियाभर में चॉकलेट खाने वालों की कमी नहीं है. बच्चा हो या बड़ा सभी को चॉकलेट भाती है. लेकिन अब चॉकलेट लवर्स के लिए बुरी खबर है. जी हां, आने वाले कुछ सालों में चॉकलेट खत्म हो जाएगी. ये हम नहीं कह रहे बल्कि एक रिसर्च में ये बात सामने आई है.
क्या कहती है रिसर्च-
रिसर्च के मुताबिक, चॉकलेट कोकोआ प्लांट से बनती है. ग्लोबल टेम्प्रेचर और ड्राई वैदर के कारण कोकोआ पेड़ बहुत प्रभावित हो रहे हैं. इससे माना जा रहा है कि ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण चॉकलेट के प्लांट्स 2050 तक विलुप्त हो जाएंगे.
क्या कहते हैं शोधकर्ता-
कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के मुताबिक, कोको चॉकलेट के प्रोडक्शन के लिए तकरीबन 20 डिग्री से कम टेम्प्रेचर होना चाहिए लेकिन तेजी से बढ़ते टेम्प्रेचर के कारण चॉकलेट प्रोडक्शन पर नेगेटिव इफेक्ट पड़ सकता है.
यू एस नेशनल ओसिएनिक एंड एडमोस्ट फेयरिक एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक, ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण 30-40 साल में टेम्प्रेचर 2.1 डिग्री तक बढ़ जाएगा, इसका सीधा असर चॉकलेट प्लांट पर पड़ेगा.
मुख्य विशेषज्ञ हॉकिंस का कहना है कि चॉकलेट के विलुप्त होने का एक कारण कोको की खेती पुराने तरीके से होना भी है. किसानों के पास इतने साधन और आर्थिक सहायता नहीं है कि वे नए तरीके से कोको की खेती कर पाएं. नतीजन फसल समय पर तैयार नहीं हो पाती. कोको फसल को बचाने का एक ही तरीका है कि आने वाले सालों में खूब बारिश हो.
ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.