नीम की पत्ती ही नहीं निंबोली भी होता है बहुत फायदेमंद, जानें इसको कैसे खाएं?
आयुर्वेद में नीम को 'दिव्य औषधि' भी कहा जाता है क्योंकि इसके गुणों से अनेक रोगों का इलाज संभव है. नीम न केवल भारत में बल्कि विश्व भर में अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है.
Neem Nimboli Benefits: नीम की पत्ती का फायदा सभी लोग जानते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि नीम की निंबोली खाना कितना फायदेमंद होता है.नीम की निंबोली खाने में कड़वी होती हैं. लेकिन इनमें विटामिन सी, एंटीऑक्सिडेंट्स, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं. निंबोली खाने से शरीर की इम्यूनिटी बढ़ती है, ब्लड शुगर कंट्रोल में मदद मिलती है, पेट की समस्याएं दूर होती हैं और स्किन इंफेक्शन भी ठीक होते हैं.
नीम का पेड़ प्राचीन काल से ही भारतीय आयुर्वेद में अत्यधिक महत्व रखता है. नीम के पेड़ का प्रत्येक भाग जैसे - पत्ते, टहनियाँ, छाल, बीज, जड़, फल और फूल, सभी का उपयोग पारंपरिक आयुर्वेदिक उपचारों में किया जाता रहा है. नीम का निंबोली खाने का सबसे अच्छा तरीका है कि इन्हें सुबह खाली पेट चबाएं. इसके अलावा, इन्हें चाय, सूप या सलाद में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. निम्बोलियों को पीसकर पेस्ट बनाकर घाव या स्किन पर लगाया जा सकता है. लेकिन ध्यान रहे कि एक बार में ज्यादा मात्रा में न खाएं क्योंकि ये पेट में जलन पैदा कर सकती है, इसका सेवन संतुलित मात्रा में ही करना चाहिए.
माउथ अल्सर से बचाता है
नीम के निंबोला में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण पाए जाते हैं जो माउथ अल्सर के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया और फंगस को मारते हैं. इसमें पाए जाने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट मुंह के अल्सरेशन और सूजन को कम करता है. मुंह के pH बैलेंस को बनाए रखने में मदद करती हैं जिससे बैक्टीरिया कम पनप पाते हैं. एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण दर्द और सूजन को कम करते हैं जो माउथ अल्सर में होता है.
इंफेक्शन को दूर करता है.
निंबोली में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं जो बैक्टीरिया, वायरस और फंगस जैसे संक्रमण कारकों को मारते हैं. इसमें पाए जाने वाले फाइटोकेमिकल्स शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं जिससे बिमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है. यह खून में मौजूद व्हाइट ब्लड सेल्स और एंटीबॉडीज की संख्या बढ़ाती हैं.
स्किन के लिए फायदेमंद
निंबोली आपकी स्किन के लिए एक बहुत ही पोषक तत्व हैं. निंबोली में प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो स्किन एजिंग की प्रक्रिया को धीमा करने में मदद करते हैं. इसके अलावा, निंबोलियों में विटामिन सी और विटामिन ई भी पाए जाते हैं जो स्किन को नरम और चमकदार बनाए रखने में सहायक होते हैं.
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