Nutrition Week 2020: भ्रूण और प्रेग्नेंसी की चुनौतियों को इस तरह किया जा सकता है दूर, जानिए सरल उपाय
गर्भावस्था के दौरान संतुलित आहार का सेवन जरूरी होता है.इससे भ्रूण का विकास और जन्म के समय की दिक्कतें दूर होती हैं.
Nutrition Week 2020: स्वस्थ शरीर के लिए पौष्टिक तत्वों से भरपूर आहार बहुत जरूरी है. अनुचित और अपर्याप्त आहार बीमारी के साथ हार्मोन असंतुलन का काण बनता है. हार्मोन के असंतुलन से पुरुष और महिलाओं की फर्टिलिटी प्रभावित होती है. संतुलित पौष्टिक आहार सही हार्मोन को बढ़ाने में मददगार साबित होता है. सही हार्मोन अंडाणुओं और शुक्राणुओं की गुणवत्ता और ओवुलेशन के लिए जरूरी है. इसलिए अगर आप तकनीक की मदद से या साधारण तरीके से गर्भधारण की योजना बना रहे हैं तो डाइट पर ध्यान देना जरूरी है. सही डाइट से 10 फीसद तक मन मुताबिक नतीजे मिलने की उम्मीद बढ़ जाती है. पौष्टिक आहार भ्रूण और प्रेग्नेंसी को स्वस्थ रखता है. इसके लिए आपको सब्जी, फल, प्रोटीन, अनाज, मछली और फैट्स की जरूरत होगी.
हरी पत्ती वाली सब्जियां- ये फर्टिलिटी को बढ़ाने का काम करती हैं. इसमें एंटी ऑक्सीडेंट्स, फोलिक एसिड, आयरन पाया जाता है. गर्भधारण के दौरान गोभी से जरूरी विटामिन और खनिजों की पूर्ति होती है. पत्ता गोभी में जरूरी विटामिन और खनिज पाए जाते हैं.
ब्रोकोली- अंडाणुओं के परिपक्व होने में विटामिन सी मददगार साबित होता है. भ्रूण और महिला के विकास के लिए ब्रोकोली की सब्जी उयुक्त मानी जाती है. इसमें विटामिन सी के अलावा आयरन, एंटी ऑक्सीडेट्स, फोलिक एसिड हासिल किए जा सक हैं.
आलू- जमीन के नीचे के सब्जी जरूरी विटामिन मुहैया कराती है. विटामिन बी और ई आलू से हासिल किया जा सकता है. आलू का सेवन शरीर में कोशिका विभाजन भ्रूण के विकास में सहायक होता है. इससे भ्रूण के बढ़ने में मदद मिलती है.
केला- विटामिन बी6 से भरपूर केले को सुपर फूड कहा जाता है. इसका सेवन मासिक चक्र सामान्य बनाने में मददगार होता है.
अनानास- मैग्नीज से भरपूर अनानास के कई फायदे हैं. इसके सेवन से प्रजनन के लिए जरूरी खनिज मिलते हैं. अनानास प्रजनन के सहायक हार्मोन्स को बढ़ाने में मददगार साबित होते हैं.
सालमन मछली- छोटी और महंगी मछली में ओमेगा-3 फैट्टी एसिड पाए जाते हैं. इसका सेवन ग्रभ धारण करनेवाली महिलाओं के लिए मुफीद होता है. इसके सेवन से एस्ट्रोजन हार्मोन संतुलित रहता है रक्तस्राव बढ़ता है. मछली को पकाकर खाया जाना चाहिए.
फोलिक एसिड- संतरा, फलिया, पपीता, चुकंदर फोलिक एसिड के अच्छे स्रोत हैं. इसका सेवन प्रेग्नेंसी को स्वस्थ रखता है और जन्म की चुनौतियों और दिक्कतों को कम करता है. फोलिक एसिड की मात्रा रोजाना अलग-अलग अवस्था में अलग-अलग होना चाहिए.
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