हैरतअंगेज! कुत्ते ने मालिक पर जताया प्यार तो मालिक की हो गई मौत, जानें पूरा माजरा
कई बार जानवरों से प्यार करना जानलेवा हो सकता है. आज हम आपको एक ऐसे ही मामले के बारे में बताने जा रहे हैं.
नई दिल्लीः कभी भी किसी के साथ कोई अप्रिय घटना हो सकती है. आज हम आपको एक ऐसे ही किस्से के बारे में बताने जा रहे हैं. दरअसल, एक व्यक्ति की मौत का कारण उसका पालतू कुत्ता बना. जानें क्या है माजरा.
63 वर्षीय व्यक्ति को उसका पालतू कुत्ता प्यार जताते हुए चाट रहा था. कुत्ते के स्लाइवा (लार) के दुर्लभ संक्रमण से मालिक की मौत हो गई. रिपोर्ट के अनुसार, इस व्यक्ति को कुत्ते के स्लाइवा के शरीर पर लगने से तीन दिनों तक तेज बुखार और मांसपेशियों में दर्द रहा. इस व्यक्ति ने फ्लू जैसे लक्षणों की शिकायत की तो इसे हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया.
यूरोपीय जर्नल ऑफ केस रिपोर्ट्स इन इंटरनल मेडिसिन में प्रकाशित इस केस में बताया गया कि हॉस्पिटल में इस व्यक्ति की तबियत बहुत खराब हो गई थी और उसे सांस लेने में कठिनाई का सामना करना पड़ा और उसके पैरों में दर्दनाक फफोले विकसित हो गए, जिससे उसके पैरों में दर्द और चोटें आईं. इसके बाद पता चला उसे सीरियस सेप्टिक हो गया है और उसके ऑर्गन एक के बाद एक फेल होने लगे. इन सब समस्याओं के साथ ही उसका दिमाग डैमेज हो गया. अंतत: उसकी त्वचा सड़ने लगी और उसका लीवर बंद होने से हृदय गति रुक गई.
जांच में डॉक्टर्स ने इस घातक संक्रमण के पीछे का कारण कैपनोसाइटोफेगा कैनिमोरस (Capnocytophaga canimorsus) को बताया जो एक प्रकार का बैक्टीरिया है और जानवरों की लार में पाया जाता है. यह घातक बैक्टीरिया काटने, खरोंच या यहां तक कि घरेलू बिल्लियों और कुत्तों की चोंच से फैल सकता है.
इस रिपोर्ट को बनाने वाली डॉ. नाओमी मैडर का कहना है कि आमतौर पर ज्यादातर लोग जो कैपनोसाइटोफेगा के संपर्क में आते हैं वे बैक्टीरिया से बीमार नहीं पड़ते हैं, लेकिन 28 से 31 फीसदी मामलों में ये बैक्टीरिया घातक हो सकता है. उन्होंने कहा कि यदि किसी जानवर के मालिक का फ्लू जैसे लक्षण होते हैं तो उसे तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि ये जरूरी नहीं कि कुत्ते से प्यार करने गले लगने, किस करने या फिर उसकी लार शरीर पर लगने से आप बीमार ही पड़ेंगे लेकिन आपको सावधान रहने की आवश्यकता है और समय-समय पर अपना और जानवर का चेकअप करवाने की आवश्यकता है.
डॉ. नाओमी मैडर का कहना है कि कुत्ते के मुंह में 700 से अधिक विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया होते हैं. हालांकि यह आशंका कम ही होती है कि आपके कुत्ते की बीमारी वाली लार एक घातक संक्रमण का कारण बनें. उन्होंने बताया कि जोखिम कारक गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों, शिशुओं और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों पर इन बैक्टीरिया का असर अधिक होता है.
ये खबर रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.