Tips for Parents: बच्चे एक उम्र के बाद अपने पेरेंट्स से बातें छिपाना शुरू कर देते हैं. ऐसा कई बार पेरेंट्स के बिहेवियर के कारण भी होता है. कुछ माता-पिता अपने बच्चों पर इतनी पाबंदी लगा देते हैं कि उनसे बच्चे चाहकर भी खुलकर बात नहीं कर पाते. उन्हें अपने माता-पिता से डर लगने लगता है. इसलिए जरूरी है कि माता-पिता बच्चे की यंग ऐज में उसके दोस्त बनने की कोशिश करें ताकि वो उनके साथ थोड़ा सहज महसूस करने लग जाएं.

 

दरअसल अपने बच्चों से दूरियां मिटाने के लिए पेरेंट्स को खुद के अंदर कुछ बदलाव करने की जरूरत है. खास तौर पर बिहेवियर को लेकर चेंज लाना जरूरी है ताकि बच्चे आपके दोस्त बनकर आपसे अपनी हर बात शेयर कर सकें. 

 

बच्चे को दे अंटेशन 

अगर आपका बच्चा आपसे बात करना चाहता है तो उसे प्रॉपर अटेंशन दें. उसकी बातों को ध्यान से सुनें. अगर आप अपने बच्चे के लिए टाइम नहीं निकालेंगे और उससे समय-समय पर बात नहीं करेंगे तो इससे उन्‍हें यह लगेगा कि आप उनकी बातों को सीरियस नहीं ले रहे हैं. बच्चों का पेरेंट्स से दूर होने का कारण अक्सर अंटेशन न मिलना होता है. अंटेशन नहीं मिलती तो बच्चा बातें छिपाने लग जाता है.

 

साथ खड़े न होना 

बच्चों के लिए उनके माता-पता ही सुपरहीरो होते हैं. वो  हमेशा चाहते हैं कि जब उन पर मुसीबत आए तो यही सुपरहीरो उन्हें बचाएं लेकिन जब माता-पिता उनके लिए खड़े नहीं होते है तो बच्चे निराश हो जाते हैं. उनका हौसला टूट जाता है. इसलिए अपने बच्चों के सुपरहीरो बनें और उसके साथ हर मुसीबत में खड़े रहें. 

 

हर वक्त गलतियां निकालना

हर वक्त गलतियां निकालने से बच्चे गुस्सैल हो जाते हैं. कौन गलती नहीं करता है ऐसे में हर वक्त गलतियां गिनाने की आदत बच्चे को इरिटेट करती है. अगर आपका बच्चा गलती कर रहा है उसे समझाएं और उसकी गलती को शांति से सुधारें.

 

बच्चों में भेदभाव करना 

अगर आप अपने बच्चों में भेदभाव करेंगे तो उनमे गुस्सा पैदा होगा. उन्हें ऐसा लगेगा कि आप उनकी वैल्यू नहीं करते हैं.  अगर एक बार आपके बच्चे के मन में यह बात आ गई तो वह धीरे-धीरे आपसे दूर होते चले जाएंगे. 

 

ये भी पढ़ें