Family Tips : बच्चें उम्र के साथ जैसे ही बड़े होते चले जाते है , वैसे ही उनकी जरूरतें भी बढ़ती जाती हैं. अपनी जरूरते पूरी करने के लिए कई बच्चें अपने माता पिता से पॉकेट मनी की डिमांड करते है.माता पिता भी बच्चों की जरूरतों को ध्यान में रखकर उन्हें पॉकेट मनी देते हैं. हालांकि बच्चों को पैसे की अहमियत समझाने के लिए माता पिता पॉकेट मनी का सहारा ले सकते है. आप अपने बच्चे के खर्चों से उसके मनी मैनेजमेंट (Money Management) के बारे में समझा सकते हैं .यह बात आपको भी जानने में मदद करती है कि आपका बच्चा किस तरह से सोचता है. आपको बताते हैं कि पॉकेट मनी देने से पहले आपको किन 5 बातों का ध्यान रखना चाहिए.
पॉकेट मनी कब दें
बच्चे को पॉकेट मनी कब देना है , यह पूरा फैसला माता -पिता पर निर्भर करता है. आप किसी भी उम्र में बच्चें को पॉकेट मनी देना शुरू कर सकते हैं. लेकिन सबसे जरूरी बात यह है कि आप अपने बच्चे को समझाएं कि उसे अपना पैसा किस प्रकार खर्च करना है. फालतू चीजों पर उसे पैसा खर्च करने से रोकें.
सेविंग की आदत डलवाएं
अपने बच्चे की स्पेडिंग हैविट्स पर नजर रखें और उन्हें पैसे सेव करने के महत्व के बारे में समझाएं. सेविंग से उसे कैसे अपने फ्यूचर में मदद मिल सकती है ,इस बारे में बताएं.
महीने में एक बार दे पॉकेट मनी
बच्चों की आदत बिगड़े नहीं, इसके लिए पेरेंटस को महीने में सिर्फ एक बार पॉकेट मनी देनी चाहिए. अगर आपका बच्चा बार बार जिद करें तो उसकी ज़िद पूरी न करें ,बल्कि उसे समझाएं कि वे अगर ऐसे ही फालतू खर्चा आगे भी करता रहा तो उसे पॉकेट मनी नहीं मिलेगी. इससे आपका बच्चा पैसों के महत्व के बारे में समझेगा.
बच्चे का बैंक अकाउंट खुलवाएं
बच्चे का अगर आप बैंक अकाउंट खुलवाएंगे तो बच्चा सेविंग की आदत सीखेगा और फालतू खर्चे से बचेगा. साथ ही आप उसकी पॉकेट मनी सीधे अकाउंट में डाले कैश में न दें. कैश देने से बच्चें पैसे जल्दी खर्च कर देते हैं.
टारगेट सेट करें
बच्चें कई बार अपनी पंसदीदा चीज अपने पेरेंटस से मांगने के लिए उनके साथ डील करते हैं. अगर आप भी अपने बच्चे से इस तरह डील करते है तो ध्यान रखें कि कहीं वो ऐसी कोई चीज तो नहीं मांग रहा है जो गलत हो. आप पॉकेट मनी में भी यह कर सकते है लेकिन आपको अपने बच्चें के खर्चो पर ध्यान रहना चाहिए.
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