बच्चे बेहद चुलबुले और बातूनी होते हैं, हालांकि सभी बच्चे ऐसे हों ये जरूरी नहीं है. बच्चे अपनी मासूमियत भरी बातों से आसपास के माहौल को खुशनुमा बनाए रखते हैं. घर के बड़े बुजुर्गों का समय काटने के लिए बच्चे सबसे अच्छा जरिया होते हैं. लेकिन कई बार बच्चों के ज्यादा बात करने या सवाल पूछले से लोग परेशान हो जाते हैं. कई बार जब बच्चों में ज्यादा बोलने की आदत होती है तो वो बिना सोचे समझे किसी के भी सामने कुछ भी बोल देते हैं, जिसकी वजह से उनके माता-पिता को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है. अगर आपके बच्चे में भी ऐसी आदत है जिससे आप परेशान रहते हैं तो आप धीर-धीरे इस आदत को बदल सकते हैं. आज हम आपको बता रहे हैं कि कैसे आप बच्चे की ज्यादा बोलने वाली आदत को सुधार सकते हैं. 


1- बच्चों से बातें करें- बच्चों में आदत होती है जब तक वो अपनी बातें कह नहीं लेते चुप नहीं होते, इसलिए अगर आपका बच्चा कुछ कहना चाह रहा है तो उसे ध्यान से सुनें. बच्चे की बात को समझें कि वो क्या कहना चाह रहा है और इसके पीछे क्या कारण है. अगर इस दौरान बच्चा कुछ गलत बोल रहा है तो उसे प्यार से समझाएं. उसे बताएं कि कौन सी बात कब, कहां और कैसे बोलनी चाहिए.


2- बच्चे को मौन का मतलब बताएं- बच्चे को मौन और शांत रहने के बारे में समझाएं. चुप होकर उन्हें किसी रचनात्मक और भावनात्मक विचारों में उलझाएं. बच्चों को समझाएं कि चुप रहने से उनका शारीरिक और मानसिक विकास होगा और चिड़चिड़ाहट भी दूर होगी. 


3- छोटे वाक्य बोलने के लिए कहें- कई बार बच्चे किसी बात को कहने के लिए पूरी स्टोरी सुनाने लगते हैं. ऐसे में आप बच्चों को समझाएं कि जब एक वाक्य में बात खत्म हो सकती है तो पूरी कहानी कहने की जरूरत नहीं है. कई बच्चे खुद से ही बातें करते रहते हैं. हालांकि रिसर्च कहते हैं कि ऐसा करना बच्चों के विकास के लिए अच्छा है. ऐसे में आप बच्चों से बातें करें. बच्चों को शुरुआत में छोटे-छोटे वाक्य बोलने के बारे में समझाएं. 


4- बच्चों को समझाएं जितना पूछें उतना बताओ'- कई बार बच्चों को कुछ भी पूछो वो सारी बातें बता देते हैं. ऐसे में आपको बच्चों को समझाना चाहिए कि आपसे जितना सवाल पूछा जाए उतना ही जवाब दें. पूछे गए सवाल से संबंधित बातें ही बताएं. इसके लिए आप बच्चों के बीच में कोई प्रतियोगिता भी रख सकते हैं, जिसमें एक टॉपिक दें और उसकी वर्ड लिमिट तय कर दें. बच्चे को वर्ड लिमिट भी समझाएं. 


5- बच्चों को दें डायरी- अगर आपका बच्चा ज्यादा बातूनी है तो आप उसे एक डायरी लाकर दें और उसे कहे कि अपने मन की बात इस डायरी में लिखें. ऐसा करने से उसके ज्यादा बोलने की आदत को आप कम कर सकते हैं. आप रोज या किसी भी दिन बच्चे की डायरी जरूर पढ़ें. 


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