Parenting Tips: हम सभी अपने बच्चों को और बच्चों की तुलना में और भी बेहतर बनाने की होड़ में लगे रहते हैं. कभी उसे डांसिंग क्लास में डाल देते हैं, कभी सिगिंग क्लास में तो कभी कराटा सिखाना तो कभी और किसी एक्टिविटी क्लासेस में. पर आप जानते हैं कि आपका बच्चा खुद क्या चाहता है उसे क्या पसंद है और क्या नहीं. कहीं आप भी उसके साथ जबरदस्ती तो नहीं कर रहे हैं. आपको लगता है बच्चों को क्या पता कि क्या उनके लिए अच्छा है क्या अच्छा नहीं. पर आपके इस प्रेशर से उसके माइंड पर बहुत बड़ा प्रेशर पड़ता है. जिसे आप समझ नहीं पाते पर समय रहते इसे समझना जरूरी है नहीं तो बड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है.


गेस्ट के सामने टैलेंट दिखाने का प्रेशर
आमतौर पर बच्चों का डांस करना या उनका गाना सुनाना क्यूट लगता है पर क्या आपने सोचा है कि आपके बच्चे को इससे सबके सामने अटेंशन पाने की आदत लग सकती है बल्कि उसे प्रेशर भी फील होगा. क्योंकि कभी कभी बच्चा ना चाहते हुए भी पैरेंट के प्रेशर में वह चाज करने के लिए मजबूर हो जाता है जो उसकी इच्छा ही नहीं है.


अव्वल आने की होड़
बच्चों पर पैरेंट्स हमेशा ही यह दबाव डालते हैं कि तुम्हें इस बार अच्छा नंबर लाना है और क्लास में फर्स्ट आना है. इतना ही नहीं दूसरे बच्चे से तुलना करना आपके बच्चे पर कितना ज्यादा प्रेशर डाल सकता है यह आप नहीं समझ सकते. ऐसे में आपको समझना चाहिए कि बच्चों को उनके टैलेंट के हिसाब से काम करने दें, किसी तरह का उन पर प्रेशर नहीं बनाएं.


हमेशा तुम्ही जीतो
बच्चों को जीतने की आदत डालने से अच्छा है कि उन्हें हार से कैसे डील करना है उसके बारे में सिखाएं. इससे बच्चे पॉजिटिव हो पाएंगे. वरना किसी और की जीत पर उन्हें जलन होगी और वह इनसिक्योर महसूस करेंगे.


सब काम हो परफेक्ट
हर काम एकदम सही हो यह जरूरी नहीं है. बच्चों को हर जगह आगे रहने की सीख देने से बच्चे पूरी तरह अपने बचपन को एन्जवॉय नहीं कर पाएंगे. ऐसे में उन्हें परफेक्ट होने से अच्छा रियल होना सिखाएं.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.


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