क्या आप जानते हैं कि शिशु को नहलाते समय एक छोटी सी गलती बड़ी परेशानी का कारण बन सकती है? एक्सपर्ट के अनुसार दो साल तक बच्चों को सीधे सिप पर पानी डालकर नहीं नहलाना चाहिए. इससे बच्चों को कई परेशानियां होती है. आज हम जानेंगे कि सिर पर सीधे पानी डालना क्यों हानिकारक हो सकता है और इससे कैसे बचा जा सकता है. आइए जाते हैं..



नाक और कानों में पानी चला जाने से परेशानी
बच्चे को नहलाते समय सीधे सिर पर पानी डालने से उसकी नाक और कानों में पानी जा सकता है, जो उसे परेशान कर सकता है. नाक और कान में पानी चले जाने से खुजली, इरिटेशन और इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. कानों में पानी चले जाने से कान बदने लगता है. इसलिए, बच्चे को नहलाते समय हाथों से सिर को धोएं और सीधे सिर पर पानी न डालें. 


आंखों में पानी चला जाना 
बच्चे को नहलाते समय सीधे सिर पर पानी डालने से कई नुकसान होते है. यह बच्चे के नाक और कानों में पानी जाने का खतरा बढ़ाती है, जिससे वह परेशान हो सकता है. इससे उसकी आंखों में भी पानी चला जाने का खतरा होता है, जो कि उसके आंखों के हेल्थ के लिए अच्छा नहीं होता. 


तालू  का कमजोर होना
बच्चे को नहलाते समय सीधे सिर पर पानी डालने से एक्सपर्ट का कहना है कि बच्चों का तालू कमजोर होता है. जिससे उसे निमोनिया जैसी बीमारियों का खतरा भी हो सकता है. इसलिए, बच्चे को नहलाने के समय सिर पर पानी सीधे न डालें. बेहतर यह है कि आप हाथों से सिर को धोएं. इससे बच्चे के हेल्थ संबंधित होने वाले खतरे से बचाया जा सकता है. 


जानें बच्चों को कैसे नहलाना चाहिए 



  • सिर पर पानी सीधे न डालें: सिर पर पानी सीधे न डालें, बल्कि हाथों से सिर को धोएं. इससे बच्चे को नाक और कानों में पानी नहीं जाएगा.

  • बच्चे को नहलाने के लिए सेफ जगह चुनें, जहां उसे अच्छे से नहलाया जा सके और वहां किसी चोटील वस्तु से बच सके.

  • सफाई का ध्यान रखें: नहलाने के बाद उसके आंखों और कानों की सफाई को भी ध्यान से करें. इससे उसको संक्रमण से बचाने में मदद मिलेगी. 

  • नहलाते समय हमेशा पानी का तापमान गुनगुना रखें. न ज्यादा गर्म हो और न ज्यादा ठंड़ा. 


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