धोनी की तरह आप भी रख सकते हैं अपनी बेटी का ख्याल, कैप्टन कूल से सीखें पैरेंटिंग टिप्स
How to care Daughter: पिता होने के नाते आपको अपनी बेटी का कॉन्फिडेंस बूस्ट करना आना चाहिए. इसके लिए आप हमेशा उस पर यकीन कायम रखें.
बाप-बेटी का कनेक्शन एकदम अलहदा होता है, जिसकी मिसाल हर कोई देता है. वहीं, काफी लोग महेंद्र सिंह धोनी और उनकी बेटी जीवा के कनेक्शन की मिसाल भी देते हैं. आप भी धोनी-जीवा की तरह अपना और अपनी बेटी का कनेक्शन बेहतर कर सकते हैं. आइए बताते हैं कि इस रिश्ते को कैसे और मजबूत बना सकते हैं.
बेटी को नहीं छोड़ना चाहिए अकेला
गौर करने वाली बात यह है कि महेंद्र सिंह धोनी अपनी बेटी जीवा को कभी अकेला छोड़ना पसंद नहीं करते हैं. वह जीवा को लेकर काफी ज्यादा प्रोटेक्टिव रहते हैं और उसके साथ काफी ज्यादा वक्त भी बिताते हैं. आप भी अपनी बेटी के साथ वक्त बिताकर अपना और उसका रिश्ता मजबूत कर सकते हैं.
बेटी को साथ रखने से मजबूत होता है रिश्ता
आपने गौर किया होगा कि धोनी जीवा को हमेशा अपने साथ ही रखते हैं. चाहे वह कहीं मैच खेलने गए हो या कहीं घूमने के लिए निकले हो. क्रिकेट मैच के बाद ड्रेसिंग रूम में भी जीवा उनके साथ ही नजर आती है. आप भी अपनी बेटी को ज्यादा से ज्यादा वक्त अपने साथ रखकर उसके मानसिक विकास में मदद कर सकते हैं.
ऐसे निभाएं पिता होने की जिम्मेदारी
धोनी पिता होने का फर्ज भी बखूबी निभाते हैं. वह जीवा की काफी ज्यादा देखभाल करते हैं. यहां तक कि उनके कई ऐसे वीडियो वायरल हुए हैं, जिनमें वह जीवा के बाल बनाते नजर आए. आप भी बेटी के साथ इस तरह रहते हैं तो दोनों का बॉन्ड और ज्यादा मजबूत होगा.
बेटी पर यकीन बढ़ाएगा उसका हौसला
पिता होने के नाते आपको अपनी बेटी का कॉन्फिडेंस बूस्ट करना आना चाहिए. इसके लिए आप हमेशा उस पर यकीन कायम रखें. इससे न सिर्फ बेटी का मनोबल बढ़ेगा, बल्कि इससे उसे आत्मनिर्भर होने में भी मदद मिलेगी. धोनी ने भी जीवा के लिए इसी तरह का प्लान तैयार कर रखा है.
बेटी को सिखाएं खुद डिसीजन लेना
बेटियां जब छोटी होती हैं, तब कुछ करने से पहले थोड़ा घबराती हैं. ऐसे में बेटी को सिखाएं कि उसे बड़े मौकों पर खुद डिसीजन लेने चाहिए, जिससे उसका कॉन्फिडेंस बढ़ेगा. अगर बेटी को डिसीजन लेती है, जो आपको गलत लगता है तो उसे सिरे खारिज न करें. बेटी को प्यार से समझाएं कि वह कहां गलती कर सकती है. इससे न सिर्फ वह चीजों को बेहतर तरीके से समझेगी, बल्कि वह खुद को किसी से कम नहीं आंकेगी और खुद को मजबूत समझेगी. इसके अलावा बेटी को बेटे की तरह फिट रहने के टिप्स भी दें और मनपसंद खेल की तरफ मोटिवेट भी करें.
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