देश के कई राज्यों में इस समय बहुत तेज गर्मी पड़ रही है. तापमान 40 डिग्री से भी ज्यादा हो गया है. गर्म हवाएं और बढ़ा हुआ तापमान सभी उम्र के लोगों के लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है, लेकिन कुछ लोगों के लिए इस मौसम में बीमार होने का खतरा ज्यादा होता है. ऐसे में अगले सात दिनों में जन्म लेने वाले नवजात शिशुओं को विशेष देखभाल की आवश्यकता होगी. गर्मी और हीटवेव से इन बच्चों को बचाना होगा .
नवजात शिशुओं को गर्मी से होने वाली समस्याएं
गर्मी और हीटवेव के कारण नवजात शिशुओं को कई समस्याएं हो सकती हैं. उनकी त्वचा नाजुक होती है और वे जल्दी से गर्मी में असहज हो सकते हैं. अधिक तापमान से उन्हें डिहाइड्रेशन, घमौरियां और हीट स्ट्रोक जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसीलिए उन्हें ठंडक और हाइड्रेशन की खास जरूरत होती है.
शिशु को हीटवेव से बचाने के उपाय
ठंडी जगह पर रखें:
नवजात शिशु को हमेशा ठंडी और वेंटिलेटेड जगह पर रखें. सीधे धूप से बचाकर उन्हें घर के अंदर रखें. अगर कमरे में एसी और कूलर है, तो उसका प्रयोग करें लेकिन ध्यान रखें कि हवा सीधे बच्चे पर न लगे.
हल्के कपड़े पहनाएं
नवजात शिशु को सूती और हल्के कपड़े पहनाएं जिससे उनकी त्वचा सांस ले सके और वे आराम महसूस करें. तंग और भारी कपड़ों से बचें.
हाइड्रेशन का ध्यान रखें
नवजात शिशुओं को समय-समय पर दूध पिलाएं ताकि वे हाइड्रेटेड रहें. मां का दूध सबसे अच्छा होता है क्योंकि यह उनके लिए पोषण और हाइड्रेशन का सही स्रोत है. नवजात शिशु को पानी नहीं पिलाना चाहिए क्योंकि 6 महीने तक बच्चों को मां को दूध पिलाना होगा.
नियमित तापमान जांचें
घर का तापमान नियमित रूप से जांचें और जरूरत पड़ने पर एसी या कूलर का प्रयोग करें. ध्यान रखें कि तापमान बहुत ठंडा न हो, सिर्फ आरामदायक होना चाहिए.
नहलाने से बचें
बहुत गर्मी में बच्चों को बार-बार नहलाने से बचें. इसके बजाय, गीले कपड़े से उन्हें पोंछ सकते हैं. नहलाने से उनके शरीर का प्राकृतिक तेल निकल सकता है जो उनकी त्वचा की सुरक्षा करता है. गर्मी और हीटवेव का असर नवजात शिशुओं पर गंभीर हो सकता है. इसीलिए उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. इन सरल उपायों को अपनाकर हम उन्हें गर्मी से बचा सकते हैं और उनकी हेल्थ सही रख सकते हैं.
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