हर माता-पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा हेल्दी और मजबूत रहे. इसी उम्मीद में कई बार वे अपने छोटे से उम्र में ही बच्चों को जिम ले जाने का फैसला कर लेते हैं. लेकिन, क्या वास्तव में छोटे बच्चों के लिए जिम जाना सही है? अधिकतर शोध बताते हैं कि छोटी उम्र में भारी भरकम एक्सरसाइज करना उनके लिए नुकसानदेह हो सकता है. आइए जानते हैं कि छोटे बच्चों का जिम जाना क्यों नुकसानदेह हो सकता है. 


हड्डियों के लिए खतरा
छोटे बच्चों की हड्डियां अभी बन रही होती हैं, इसलिए उन्हें बहुत ध्यान से रखना पड़ता है. अगर वे जिम में ज्यादा कठिन व्यायाम करेंगे, तो उनकी हड्डियों को चोट लग सकती है और वो कमजोर भी हो सकती हैं. इसलिए छोटे बच्चों को जिम नहीं भेजना चाहिए.  उनकी हेल्थ का ख्याल रखना जरूरी है. 


मांसपेशियों पर जोर
जब छोटे बच्चे जिम में भारी वजन उठाते हैं, तो इससे उनकी मांसपेशियों पर बहुत जोर पड़ता है. इस दबाव की वजह से उनकी मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं और उन्हें चोट भी लग सकती है. इसलिए बच्चों को इतने भारी व्यायाम नहीं करने चाहिए.  इसलिए उम्र से पहले बच्चों को जिम नहीं भेजना चाहिए. 


थकान और कमजोरी
अगर छोटे बच्चे जिम में बहुत देर तक व्यायाम करते हैं, तो वे जल्दी थक जाते हैं और उनकी ऊर्जा कम हो जाती है. इससे उन्हें पढ़ाई और खेलने में मन नहीं लगता. यह उनके लिए अच्छा नहीं है क्योंकि बच्चों को पढ़ने और खेलने में भी अच्छा करना चाहिए. इसलिए उन्हें जिम में ज्यादा समय नहीं बिताना चाहिए.


विकास में देरी
जब छोटे बच्चे बहुत ज्यादा कसरत करते हैं, तो इससे उनके शरीर के हार्मोन में गड़बड़ी हो सकती है. यह हार्मोन की गड़बड़ी उनके शारीरिक और मानसिक विकास को धीमा कर सकती है. इसका मतलब यह है कि उनका बढ़ना और सीखना पीछे छूट सकता है. इसलिए बच्चों को बहुत ज्यादा कसरत से बचना चाहिए. 


जानें जिम जाने का सही उम्र क्या है? 
जिम जाने के लिए सही उम्र की बात करें तो, ज्यादातर विशेषज्ञ मानते हैं कि 18 साल की उम्र से जिम जाना अच्छा रहता है. इस उम्र में बच्चों की हड्डियां और मांसपेशियां पूरी तरह से विकसित हो चुकी होती हैं, जिससे वे व्यायाम कर सकते हैं बिना किसी नुकसान के. इससे पहले  अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा स्वस्थ और खुश रहे, तो उसे खेल के मैदान में भेजें जहां वह दौड़-भाग कर सके और मस्ती कर सके, बजाय जिम की मशीनों का इस्तेमाल करने के.