क्या आपके बच्चे का मिजाज अक्सर गरम रहता है? अगर हां, तो आपको ये समझना जरूरी है कि उसे कैसे संभाला जाए. बच्चे का हिंसक होना उसके और उसके आस-पास के लोगों के लिए ठीक नहीं है. आज हम आपको कुछ कुछ आसान उपाय और गुस्से को मैनेज करने के तरीके बताएंगे. यह भी जानेंगे कि अगर इस नहीं ध्यान दिया गया तो क्या बुरा हो सकता है. ठीक तरह से ध्यान रखकर आप अपने बच्चे की बहुत मदद कर सकते हैं. 


समझें और पहचानें
पहले यह जानना जरूरी है कि आपका बच्चा किस बात पर गुस्सा करता है. क्या कोई खास चीज़ है जो उसे चिढ़ाती है? जब आप यह समझ जाएंगे कि गुस्सा क्यों आता है, तब आप उसकी मदद करने के लिए अगला कदम उठा सकते हैं. इसके लिए आपको ध्यान से देखना होगा कि वह किस समय और किन परिस्थितियों में ज्यादा गुस्सा होता है. इससे आपको उसके गुस्से का कारण पता चलेगा और आप उसे शांत करने के उपाय कर सकेंगे. 


व्यवहार थेरेपी का उपयोग करें 
व्यवहार थेरेपी एक तरह की मदद है जो बच्चों को उनके गुस्से को ठीक से जाहिर करने के लिए सिखाती है. इस थेरेपी से बच्चे सीखते हैं कि वे अपने गुस्से और भावनाओं को कैसे अच्छे से समझें और उन्हें सही तरीके से व्यक्त करें. यह उन्हें यह भी सिखाती है कि गुस्से के समय कैसे शांत रहा जाए. इससे बच्चे अपनी भावनाओं को बेहतर पहचान पाते हैं और यह जानने में मदद मिलती है कि वे किस बात पर कैसे प्रतिक्रिया दें. ऐसे में वे अपने आपको और अपनी भावनाओं को नियंत्रित करना सीखते हैं, जो उनके व्यक्तित्व के विकास में बहुत मदद करता है. 


बच्चे के शांत व्यवहार को बढ़ावा देना
जब भी आपका बच्चा गुस्से को अच्छे से संभाल कर व्यक्त करे, तो उसे हौसला दें. जब वह छोटी-छोटी बातों पर भी शांत रहे, तो उसे कुछ इनाम दें. इससे उसे पता चलेगा कि शांत रहना और सोच-समझ कर काम करना कितना अच्छा होता है. इस तरह के प्रोत्साहन से वह अपने गुस्से को पॉजिटिव तरीके से नियंत्रित करना सीखेगा. 


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