(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
जानें, क्यों बढ़ जाता है बच्चों में कोलेस्ट्रॉल और इसे कंट्रोल में रखने के लिए क्या करें?
बच्चों में भी कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है. यह सुनने में थोड़ा चौंकाने वाला लग सकता है क्योंकि आमतौर पर हम सोचते हैं कि कोलेस्ट्रॉल की समस्या सिर्फ बड़ों में होती है. आइए जानते हैं यहां
क्या आप जानते हैं कि बच्चों में भी कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है? यह सुनने में थोड़ा अजीब लगता है क्योंकि आमतौर पर हम सोचते हैं कि कोलेस्ट्रॉल की समस्या केवल बड़ों में ही होती है. लेकिन बच्चों में भी यह समस्या देखने को मिल रही है. और इसे अनदेखा करना सही नहीं है. आइए जानते हैं कि क्यों बच्चों में कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है और इसे कैसे कंट्रोल में रखा जा सकता है.
क्यों बढ़ता है बच्चों में कोलेस्ट्रॉल?
खानपान की आदतें: बच्चों में कोलेस्ट्रॉल का मुख्य कारण उनकी खाने की आदतें हो सकती हैं. फास्ट फूड, तली-भुनी चीजें, चिप्स और कोल्ड ड्रिंक्स जैसे उच्च वसा युक्त भोजन का अधिक सेवन बच्चों में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता है.
जेनेटिक कारणों से
कुछ बच्चे जेनेटिक कारणों से भी उच्च कोलेस्ट्रॉल के शिकार हो सकते हैं. अगर परिवार में किसी को यह समस्या रही हो तो बच्चे में भी इसके होने की संभावना रहती है.
कोलेस्ट्रॉल को कैसे कंट्रोल में रखें?
संतुलित आहार
बच्चों के खाने में अच्छी चीजें शामिल करें जो उनके लिए फायदेमंद हों. उन्हें ताजे फल और हरी सब्जियां खिलाएं. नट्स जैसे बादाम और अखरोट भी उनके लिए अच्छे होते हैं क्योंकि ये उन्हें ऊर्जा देते हैं और दिमाग को तेज बनाते हैं. इसके अलावा, चिकन और मछली जैसे दुबले मीट भी उनके डाइट में शामिल करें क्योंकि ये प्रोटीन का अच्छा स्रोत हैं. यह सब खाने की चीजें उन्हें स्वस्थ और मजबूत बनाने में मदद करती हैं.
रोजाना व्यायाम
बच्चों को हर दिन कुछ वक्त खेलने और एक्टिव रहने के लिए दें. इससे वो फिट रहेंगे और उनका कोलेस्ट्रॉल भी नियंत्रण में रहेगा. खेल कूद से उनकी मांसपेशियां मजबूत बनती हैं, दिल स्वस्थ रहता है और मन खुश रहता है. यह उनके पूरे स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है. इसलिए, उन्हें रोजाना खेलने का समय देना बहुत जरूरी है. इससे वे तंदुरुस्त और खुश रहेंगे.
रेगुलर हेल्थ चेकअप
बच्चों को नियमित रूप से डॉक्टर के पास ले जाकर चेकअप करवाना चाहिए. इससे अगर उन्हें कोई स्वास्थ्य समस्या हो तो वह जल्दी पता चल जाती है और समय पर इलाज भी हो सकता है. चेकअप करवाना बच्चों की सेहत का ध्यान रखने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होना चाहिए.
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