पहली बार माता-पिता बनना हर इंसान के लिए सबसे बड़ी खुशखबरी होती है. यह सुनकर ही इंसान अपने होश को बैठता है, जब उन्हें पता चलता है कि वह अब पापा बनने वाला है या वे अब मां बनने वाली है. लेकिन बच्चों को अच्छी परिवेश देना भी हर माता-पिता के लिए एक चुनौती भरा होता है. अगर उनकी शुरू से अच्छी देखभाल और बच्चों को अच्छी चीजें नहीं सिखाई जाए, तो आगे चलकर पेरेंट्स को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
बच्चों की परवरिश का नया तरीका
अगर आप भी बच्चों की परवरिश को लेकर हमेशा परेशान रहते हैं, तो यह खबर आपके लिए है. बता दें कि कुछ समय पहले पेरेंटिंग के लिए एक नया ट्रेंड शुरू हुआ है, जिसका नाम सिटरवाइजिंग हैं. आप भी अपनी पेरेंटिंग स्टाइल में सिटरवाइजिंग को जोड़ सकते हैं. बता दें कि सिटरवाइजिंग बच्चों की परवरिश का एक नया तरीका है, जिससे माता-पिता अपने बच्चों से दूर रहकर भी उन पर निगरानी रख सकते हैं. इसकी मदद से बच्चे खुद से डिसीजन लेना सीखते हैं, साथ ही गेम स्ट्रक्चर और प्रॉब्लम सॉल्विंग भी करने लगते हैं. इसलिए आप उनके आसपास न घूमे और बच्चे पर रोक टोक न लगाएं. बल्कि दूर बैठकर उन पर नजर रखें.
एक्टिविटी को मॉनिटरिंग करें
इसकी मदद से आप अपने बच्चों के साथ एक बेहतरीन बॉन्ड बना सकते हैं. पेरेंट्स सिटरवाइजिंग की मदद से अपने बच्चों के बारे में जान सकेंगे और बिना अपने काम को डिस्टर्ब किए अपने बच्चों की ग्रोथ पर भी ध्यान दे देंगे. वह एक जगह बैठकर बच्चों की एक्टिविटी को मॉनिटरिंग कर सकते हैं, वो भी बिना दखल अंदाजी किए.
बच्चों को दें स्वतंत्रता
इससे बच्चों को बढ़ाने और सीखने में काफी मदद मिलेगी. अगर आप अपने बच्चों को स्वतंत्रता देना चाहते हैं, तो आपके लिए यह अच्छा विकल्प हो सकता है. सिटरवाइजिंग की मदद से अब हर माता-पिता को बच्चों की गलती ठीक करने या उन्हें सफलता से बचने की कोशिश नहीं करनी पड़ेगी, क्योंकि बच्चों को अपनी गलतियों से सीखने का अवसर दिया जाना चाहिए.
बच्चों का हो रहा विकास
जब से पेरेंटिंग स्टाइल में सिटरवाइजिंग शामिल हुआ है, तब से माता-पिता बिना किसी परेशानी के अपने बच्चों को सेंटर स्टेज देकर उन्हें दूर से ही सही चीजों के बारे में बताते हैं. सिटरवाइजिंग अब इंटरनेट पर काफी पॉपुलर हो रहा है. अधिकतर पेरेंट्स अपने बच्चों की परवरिश के लिए इसकी मदद लें रहे हैं.
जो पेरेंट्स अपने बच्चों में कुछ स्किल्स डालना चाहते हैं, वह उन्हें सिटरवाइजिंग की मदद से आसानी से मिल जाएगी. बच्चे इससे आसानी से कम्युनिकेशन कर सकते हैं और अपनी प्रॉब्लम को सॉल्व कर सकते हैं. यह बच्चों के विकास के लिए बहुत ही फायदेमंद माना गया है.
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