हर मां-बाप के लिए बच्चे की परवरिश का माहौल चुनना बहुत जरूरी होता है. कुछ लोग बड़े परिवार में रहना पसंद करते हैं, जहां सब साथ रहते हैं, जिसे हम ज्वाइंट फैमिली कहते हैं.वहीं, कुछ सिर्फ मम्मी-पापा और बच्चों के साथ रहना पसंद करते हैं, जिसे न्यूक्लियर फैमिली कहा जाता है. इस जिम्मेदारी को निभाते समय, यह सवाल अक्सर उठता है कि क्या ज्वाइंट फैमिली का माहौल बच्चों के लिए बेहतर होता है या नहीं? आइए देखें बड़े परिवार में रहने के क्या फायदे और नुकसान होते हैं. 


फायदे:
सीखने को बहुत कुछ
बड़े परिवार में रहने से बच्चे विभिन्न उम्र के लोगों से मिलते हैं और उनसे ढेर सारी नई चीजें सीखते हैं. यह उनके लिए एक बहुत बड़ा फायदा है.


प्यार और सहारा
मम्मी-पापा के साथ ही दादी-दादा और चाचा-चाची भी बच्चों को खूब प्यार देते हैं. इससे बच्चे हमेशा खुश रहते हैं क्योंकि उन्हें हर कोने से प्यार और ध्यान मिलता है. यह प्यार उनके विकास और खुशी में बड़ा योगदान देता है.


जिम्मेदारी समझ आती है
जब बच्चे बड़े परिवार में बड़े होते हैं, तो उन्हें समझ आता है कि घर के कामों में मदद करना कितना जरूरी है. वे सीखते हैं कि सब मिलकर काम करने से न सिर्फ काम जल्दी होता है, बल्कि इससे परिवार के सभी सदस्यों के बीच प्यार और समझदारी भी बढ़ती है. 


नुकसान



  • अपनी जगह कम मिलती है: जब घर में बहुत सारे लोग होते हैं, तो बच्चों को खुद के लिए जगह और समय कम मिल पाता है.

  • कभी-कभी झगड़े हो सकते हैं: जब सब साथ रहते हैं, तो छोटी-छोटी बातों पर मतभेद हो सकते हैं.

  • दबाव महसूस हो सकता है: कई बार बच्चों पर परिवार की उम्मीदों का बोझ पड़ सकता है. 


विशेषज्ञों के अनुसार
विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों की परवरिश के लिए ज्वाइंट फैमिली सिस्टम के अपने खास फायदे और कुछ चुनौतियां होती हैं. सबसे बड़ा लाभ यह है कि बच्चे एक साथीय और सुरक्षित माहौल में बड़े होते हैं, जहां उन्हें ढेर सारा प्यार और ध्यान मिलता है. वहीं, चुनौती यह है कि हर सदस्य को बच्चों की भलाई के लिए एक-दूसरे के साथ तालमेल बिठाना पड़ता है. 


ये भी पढ़ें: 
Cancer Risk: युवाओं में तेजी से बढ़ रहा कैंसर, हर साल 15 लाख से भी ज्यादा केस! तुरंत हो जाएं सावधान