बच्चों की मालिश को लेकर अक्सर माता-पिता के मन में कई सवाल होते हैं, बच्चों की त्वचा बहुत नाजुक होती है और उनकी सही देखभाल में कोई कमी न आए, इसका ध्यान रखना जरूरी है. आज हम यह जानेंगे कि क्या वाकई में बच्चों की मालिश चार या पांच बार करना सही है. और मालिश की सही फ्रीक्वेंसी क्या होनी चाहिए. आइए देखें कि एक्सपर्ट की राय क्या है और मालिश से बच्चों को कैसे फायदा हो सकता है.
एक्सपर्ट की राय
चिकित्सा विशेषज्ञ और बाल रोग विशेषज्ञ का कहना है कि बच्चों की मालिश उनके स्वास्थ्य और विकास के लिए बहुत फायदेमंद है. यह उनकी मांसपेशियों को मजबूती देता है, रक्त संचार को बेहतर बनाता है और तनाव को कम करता है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि मालिश की बारंबारता बच्चे की त्वचा की संवेदनशीलता पर निर्भर करती है. "बच्चों की मालिश दिन में दो से तीन बार पर्याप्त है. चार या पांच बार मालिश करना जरूरी नहीं है और इससे बच्चे की त्वचा पर अधिक दबाव पड़ सकता है. "
बच्चों की मालिश के फायदे
- मांसपेशियों में मजबूती: मालिश करने से बच्चों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं. यह उनके मसल्स को ताकत देता है और उन्हें स्वस्थ रखता है. मालिश से उनकी मसल्स ठीक से काम करती हैं और मजबूत बनती हैं.
- बेहतर रक्त संचार: मालिश से बच्चों के शरीर में खून की गति बेहतर होती है. यह खून को अच्छी तरह से बहने में मदद करता है, जिससे उनका स्वास्थ्य अच्छा रहता है और उन्हें ज्यादा ताकत भी मिलती है.
- तनाव में कमी: मालिश से बच्चों को खूब आराम मिलता है और उनका तनाव भी कम होता है. यह उन्हें शांति देता है और मन को हल्का करता है. इससे बच्चे ज्यादा खुश और सुकून में रहते हैं, जो उनके समग्र स्वास्थ्य के लिए अच्छा है.
सावधानियां
- मालिश करते समय हल्के हाथों का इस्तेमाल करें.
- बच्चों की त्वचा की संवेदनशीलता का ख्याल रखें.
- यदि त्वचा पर कोई रिएक्शन हो, तो मालिश की फ्रीक्वेंसी कम कर दें.
- इसलिए, बच्चों की मालिश करते समय सही तकनीक और फ्रीक्वेंसी का ध्यान रखें.
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