बहुत से बच्चे रात को अच्छे से नहीं सो पाते. इससे उनका दिन थकान से भरा होता है. नींद न आने के कई कारण हो सकते हैं. हर किसी के लिए अच्छी नींद बहुत जरूरी है. ये हमें ताजगी देती है, सीखने में मदद करती है, और दिन भर की थकान को दूर करती है. जब हम पूरी नींद लेते हैं, तो हमारा शरीर और दिमाग दोनों खुश रहते हैं. इसलिए, हर रात को अच्छे से सोना, ताकि अगले दिन हम खुश और चुस्त रहें, बहुत जरूरी है. आइए जानते हैं कि एक्सपर्ट के अनुसार अगर बच्चा कम नींद ले रहा है तो उसके दिमाग पर क्या असर पड़ता है. 














ध्यान की कमी 
जब बच्चों को रात में अच्छी नींद नहीं आती, तो उनका मन पढ़ाई में नहीं लगता. वे स्कूल में ध्यान नहीं दे पाते और सबकुछ भूल जाते हैं. इसका मतलब है कि अच्छी नींद न सिर्फ शरीर के लिए बल्कि पढ़ाई में मन लगाने के लिए भी बहुत जरूरी है. इससे उनके स्कूल का परफॉर्मेंस भी बेहतर होता है. 


याददाश्त कम होना
जब बच्चों को रात में अच्छी नींद नहीं आती, तो उनका मन पढ़ाई में नहीं लगता. वे स्कूल में ध्यान नहीं दे पाते और सबकुछ भूल जाते हैं. इसका मतलब है कि अच्छी नींद न सिर्फ शरीर के लिए बल्कि पढ़ाई में मन लगाने के लिए भी बहुत जरूरी है. इससे उनके स्कूल का परफॉर्मेंस भी बेहतर होता है. 

 

विकास में बाधा
नींद से बच्चों का दिमाग और शरीर अच्छे से बढ़ता और ठीक होता है. जब वो कम सोते हैं, तो उनकी सीखने की रफ्तार और शारीरिक विकास पर बुरा असर पड़ता है.  इसलिए, अच्छी नींद बच्चों के विकास के लिए बहुत जरूरी है. 


व्यवहार में कमी 

जब बच्चे पूरी नींद नहीं लेते, तो उनका मूड खराब हो जाता है और वे जल्दी गुस्सा हो जाते हैं. वे सब कुछ पर जल्दी चिढ़ जाते हैं और धैर्य नहीं रख पाते. इसका मतलब है कि अच्छी नींद न सिर्फ शरीर के लिए जरूरी है बल्कि अच्छे व्यवहार के लिए भी महत्वपूर्ण है.  इससे बच्चे ज्यादा खुश और संतुलित रहते हैं.