अगर आपके डॉग में भी दिख रहे हैं ये लक्षण, तो समझ जाइये कि वे अब बूढ़े हो रहे हैं
यह हम सबने सुना है कि कुत्ते इंसान के सबसे अच्छे दोस्त होते हैं. वे हमारी खुशबू से हमें पहचान जाते हैं. लेकिन हम इंसान उनमें हो रहे बदलावों को देखकर भी नहीं समझ पाते कि उन्हें क्या समस्या आ रही है.
![अगर आपके डॉग में भी दिख रहे हैं ये लक्षण, तो समझ जाइये कि वे अब बूढ़े हो रहे हैं these symptoms say your dog is getting old अगर आपके डॉग में भी दिख रहे हैं ये लक्षण, तो समझ जाइये कि वे अब बूढ़े हो रहे हैं](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/23/121c575522bab04f26f767dd833a89f01708672887505962_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Dog's Health: कहा जाता है कि डॉग्स इंसानों के सबसे सच्चे दोस्त होते हैं. लेकिन अपनी पूरी जिंदगी अपने मालिकों के साथ वफादारी करने वाले कुत्तों को अपनी ओल्ड एज में वैसी केयर नहीं मिल पाती, जिसके कि वे हकदार हैं. कई डॉग ओनर्स ऐसा जानबूझ कर अपनी जिम्मेदारी से बचने के लिए भी करते हैं और कई बार अवेयरनेस की कमी की वजह से भी. कई डॉग ओनर्स को यह भी दिक्कत होती है कि वे. समझ ही नहीं पाते कि उनका प्यारा डॉग इतनी जल्दी बूढ़ा हो गया. दरअसल, कुत्तों की लाइफ, इंसानों के मुकाबले बहुत कम होती है. अलग-अलग ब्रीड्स के डॉग 7 से 10 की उम्र में ही बूढ़े होने लगते हैं और फिजिकल-मेंटल चुनौतियों का सामना करते हैं. लेकिन जब तक डॉग ओनर्स ये बात समझते हैं, तबतक देर हो चुकी होती है. ऐसे में आपको अपने प्यारे पेट की बढ़ती उम्र को समझना होगा.
कैसे पहचाने डॉग की बढ़ती उम्र ?
1- स्टेमिना: कुत्तों की बढ़ती उम्र समझने का पहला इशारा है उनकी फिजिकल स्टेमिना. जैसे-जैसे डॉग की उम्र बढ़ेगी आप देखेंगे कि उन्हें सीढ़ियां चढ़ने या कूदने जैसे उनके पसंदीदा कामों में भी असहजता महसूस होने लगेगी. फिजिकली कम एक्टिव होने की वजह से उनका वजन भी बढ़ सकता है. आप अपने कुत्ते की स्लीपिंग पैटर्न में भी बदलाव देख सकते हैं. अगर आपके डॉग में भी यह सभी सिंपटम्स नजर आ रहे हैं तो समझ जाइए कि आपका दोस्त बूढ़ा हो रहा है.
2. बिहेव चेंज: उम्र बढ़ने पर डॉग के सिर और नोज पार्ट पर सफेद धब्बे जैसे दिखने लगते हैं. इसके अलावा उसकी देखने और सुनने की क्षमता भी घटती जाएगी. हो सकता है कि वह आपकी आवाज पर पहले जैसे रिएक्ट ना कर पाए. तो आप ये ना सोचें कि वह इग्नोर कर रहा है, हो सकता है कि असल में उसे सुनाई न दे रहा हो.
3. फूड हेबिट्स- उम्र बढ़ने के साथ डॉग्स की आहार संबंधी आदतें भी बदलती जाती हैं. उनकी डाइट भी घट जाती है और खाने की स्पीड भी. ऐसे में जरूरी है कि आप किसी भी पशुचिकित्सक के पास जाकर अपने डॉग के लिए स्पेशल फूड की जानकारी लें. यह इसलिए भी जरूरी है क्योंकि इस समय आपका डॉग एनर्जी लॉस से जूझ रहा है और उसे पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन और फाइबर की जरूरत होती है. लेकिन रूटीन खाने को पचाकर उसका शरीर इन जरूरी तत्वों को ऑब्जर्व नहीं कर पाता है. ऐसे में आपको डॉग के लिए मार्केट या मेडिकेटेड फूड का इस्तेमाल करना पड़ सकता है.
4. स्लीपिंग पैटर्न: आमतौर पर कुत्तों को सोना पसंद है. लेकिन जैसे-जैसे उसकी उम्र बढ़ती जाएगी वह और भी लंबी और अधिक गहरी नींद लेने लगते हैं. इसलिए इस बात का खास ख्याल रखें कि उसकी सोने की जगह आरामदायक हो. खासतौर से सर्दियों के दिनों में अपने डॉग को ठंड से बचाने के लिए उनके बिस्तर पर एक ऊनी कंबल या कपड़ें बिछा दें.
5. ज्यादा से ज्यादा डॉक्टर्स के पास जाना पड़ेगा: डॉग्स की बढ़ती एज के साथ आपको उन्हें रुटीन चेकअप के लिए डॉक्टर्स के पास ले जाना होगा. डॉग स्पेशलिस्ट खासतौर पर छह महीने में एक बार डॉग के ब्लड टेस्ट की सलाह देते हैं. अगर यह संभव न हो तो साल में एक बार तो ऐसा करवा ही लेना चाहिए. इससे आपको अपने डॉग की रेड और व्हाइट ब्लड सेल्स के साथ किडनी और लिवर के फंक्शनिंग का पता चलता है कि, वे ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं. अगर डॉग में कोई बीमारी पनप रही है, तो उसकी जानकारी भी इन टेस्ट के जरिए समय रहते मिल जाती है.
6. उन्हें एक्टिव रखें: हो सकता है कि आपका डॉग पहले की तरह फिजिकली रेस्पॉन्स ना दे पाए. लेकिन उससे बोर ना हों. क्योंकि बुढ़ापे में वह जितना फिजिकली एक्टिव रहेगा उतना ही उसका दिमाग और शरीर काम करते रहेंगे. ऐसे में ऐसे खिलौने या गेम्स खोजें जिनसे उन पर एक्स्ट्रा लोड भी ना आए और वे जमकर उन्हें एंजॉय भी कर सकें. इससे आपके डॉग का बिहेव चिड़चिड़ा भी नहीं होगा और वह लंबे समय तक फिट भी रह सकेंगे.
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