हर मां-बाप की ख्वाहिश होती है कि उनका बच्चा सब में आगे रहे, फिर चाहे वो पढ़ाई हो, खेलकूद हो या आर्ट कोई भी फील्ड हो. एक ऑलराउंडर बच्चा न केवल अपने परेंट्स का मान बढ़ाता है बल्कि खुद भी जीवन में खुश और कामयाब रहता है. पर ये सब एक दिन में नहीं होता. बच्चे को ऑलराउंडर बनाने के लिए ढेर सारा प्यार, सही दिशा और हौसला देना पड़ता है. आज हम आपको बताएंगे कुछ सरल लेकिन कारगर तरीके जो आपके बच्चे को हर फील्ड में अच्छा करने में मदद करेंगे. ये टिप्स आपके बच्चे को न सिर्फ आज में बल्कि भविष्य में भी सफल बनाएंगे.


अच्छी डाइट 
बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए जरूरी है कि उनका खान-पान संतुलित और पौष्टिक हो. उन्हें अलग-अलग तरह के हरे फल, सब्जियां, बीज व अनाज जैसे - दालें, चावल आदि देना चाहिए.ये सभी पौष्टिक चीजें बच्चों के शरीर और दिमाग को मजबूत बनाती हैं. इनसे उनकी हड्डियां, मांसपेशियां और बुद्धि ठीक से विकसित होती है. 


अलग-अलग एक्टिविटी
बच्चों को हर तरह की शैक्षिक गतिविधियों में शामिल करना बेहद जरूरी है. बच्चों को ऐसे खेल और पहेलियां दें जिनसे वे खेलते हुए सीखें. उदाहरण के लिए - पज़ल गेम्स, रंगों वाले ब्लॉक्स से खेलना आदि. इन तरह की एक्टिविटीज़ से बच्चों की सोचने, समझने और समस्याओं को हल करने की क्षमता बढ़ती है. ये उनके दिमाग को मजबूत बनाती हैं और शिक्षा क्षेत्र में भी मदद करती हैं. 


खेलकूद
अपने बच्चे को खेल-कुद में भाग लेने के लिए कहें. फुटबॉल, क्रिकेट, बैडमिंटन जैसे खेल उन्हें सिखाते हैं कि टीम में कैसे काम किया जाता है, खुद को कैसे संभाला जाता है और दूसरों की अगुवाई कैसे की जाती है. ये खेल उन्हें अनुशासित भी बनाते हैं. जब बच्चे खेल में हारते-जीतते हैं, तो उन्हें सीखने को मिलता है कि जीवन में उतार-चढ़ाव का सामना कैसे किया जाता है.


आर्ट एक्टिविटी
अपने बच्चे को पेंटिंग, म्यूजिक, डांस जैसी कलात्मक गतिविधियों में शामिल करें. ये गतिविधियां उनकी सोच को नया आकार देती हैं और उनके अंदर की कलाकारी को बाहर लाती हैं. जब बच्चे रंगों से खेलते हैं, संगीत की धुनों पर थिरकते हैं, तो उनकी कल्पना और रचनात्मकता को पंख लग जाते हैं. ये गतिविधियां उन्हें सिखाती हैं कि कैसे अपने विचारों और भावनाओं को एक सुंदर रूप में व्यक्त किया जाए. इससे उनका मानसिक विकास होता है और वे जीवन में अधिक खुश रहते हैं. 


टाइम मैनेजमेंट
टाइम मैनेजमेंट एक ऐसी आदत है जो बच्चों को जिंदगी में बहुत काम आती है. इसलिए, उन्हें बचपन से ही समय की अहमियत समझाना और उनमें अपने कामों को समय पर करने की आदत विकसित करना जरूरी है.जब बच्चे अपना होमवर्क, खेल का समय, और अन्य काम समय पर करते हैं, तो वे समय के महत्व को समझते हैं.  इससे उन्हें अपने दिन को अच्छे से प्लान करना और प्राथमिकताओं के अनुसार काम को तरतीब देना आता है.

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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