नई दिल्लीः माता-पिता को अपने बच्चे के जन्म के बाद 6 साल तक पर्याप्त नींद नहीं मिलती है. ये हम नहीं कह रहे बल्कि हाल ही में आई रिसर्च में बात सामने आई है.
रिसर्च में कहा गया कि वयस्कों को हर दिन 7 से 9 घंटे सोने की सिफारिश की जाती है लेकिन जब आप एक नए माता-पिता बनते हैं तो आपके लिए ये संभव नहीं है. रिसर्च में कहा गया कि नींद के अपर्याप्त घंटे आपकी सेहत को बहुत परेशान कर सकते हैं.
यदि आप एक नए माता-पिता हैं जिनकी रातों की नींद खराब हो रही हैं तो आपको लोग अक्सर सलाह देते होंगे कि बच्चा 1 साल का हो जाएगा तो नींद पूरी होगी. लेकिन वास्तव में ये सच्चाई नहीं है. एक नए शोध से पता चला है कि माता-पिता के बच्चे के जन्म के बाद 6 साल के लिए नींद की गुणवत्ता खराब होती है.
शोधकर्ताओं ने साल 2008 से 2015 तक के बीच में बनें 4,659 माता-पिता का डेटा एकत्र किया, जिसमें माता-पिता को नींद की संतुष्टि से संबंधित सवाल किए गए.
रिसर्च के नतीजों में पाया गया कि औसतन, पहले तीन महीनों में मां एक घंटे कम सोती थी, जबकि पिता अपनी पत्नियों से बेहतर सोते थे, हर रात केवल 15 मिनट की नींद खोते थे. हालांकि, 6वें वर्ष में भी अधिकांश माताएं अपनी इच्छित समय से 20 मिनट कम सोई थीं और पिता अभी भी अपनी 15 मिनट की खोई हुई नींद को पाने में असफल हैं.
बच्चे के एक साल होने के बाद जब बच्चे नींद में नहीं रोते तो भी पेरेंट्स को बच्चे को फीड कराने से लेकर बच्चे के रोने का आभास होता है, जिससे उनकी नींद में खलल डलता है.
रिसर्च में पाया गया कि पर्याप्त नींद ना लेने से एकाग्रता में कमी और वजन बढ़ सकता है. ऐसे में नए माता-पिता को जागरूक होना बेहतर है ताकि उसी अनुसार वे अपनी जीवनशैली और लाइफस्टाइल में बदलाव ला सकें.
ये खबर रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.