यात्रा डॉट कॉम के अध्यक्ष शरत ढल ने इस सर्वे का हवाला देते हुये कहा, ‘‘यह देखकर काफी सुकून मिला कि नोटबंदी का यात्रा मौसम पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ा है. अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों की संख्या बढ़ने से चीजें फिर से सामान्य होने लगीं हैं.’’ ढल ने कहा, ‘‘नोटबंदी के बाद 90 प्रतिशत भारतीय यात्रियों ने डेबिट या क्रेडिट कार्ड के जरिये बुक कराया है.’’
यह सर्वे 5,000 यात्रा ग्राहकों के बीच ई-मेल के जरिये कराया गया. इसमें कहा गया है कि छुट्टियों पर नोटबंदी के असर को कम से कम करने के लिये 80 प्रतिशत भारतीयों ने अपनी यात्रा के दिनों को कम किया है या फिर अपने ठिकाने को लेकर कुछ समझौता किया है.
सर्वे में कहा गया है कि जहां करीब 80 प्रतिशत भारतीयों ने इन गर्मियों में होटल में रूकने को लेकर पूछताछ की है वहीं मात्र चार प्रतिशत लोग हैं जिन्होंने अपने मित्र और सगे-संबंधियों के यहां रूकने की बात की है.
इन गर्मियों में काफी लोगों ने घरों में आतिथ्य को स्वीकार किया है.
ढल ने कहा है कि हवाई यात्रा का किराया कम हुआ है इसलिये ज्यादातर लोगों ने रेल के बजाय हवाई यात्रा को तरजीह दी है.
सर्वे के अनुसार ज्यादातर ने लैपटॉप या डेस्कटॉप के जरिये बुकिंग कराई है जबकि 40 प्रतिशत ने बुकिंग के लिये मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया है. इससे देश में स्मार्ट फोन और इंटरनेट का इस्तेमाल बढ़ा है.
इस बीच, इन गर्मियों में पहाड़ी क्षेत्रों के लिये सबसे ज्यादा बुकिंग हुई है, इसके बाद केरल और गोवा का स्थान रहा है.